प्रो. विनीत को मिली एकेटीयू के कुलपति की जिम्मेदारी, प्रो. पाठक ने किया पदभार हस्तांतरण
प्रो. विनय कुमार पाठक ने गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा की चुनौतियों को स्वीकारा और विश्वविद्यालय को बेहतरीन स्थान तक पहुंचाया। उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय को अपना अत्याधुनिक व खूबसूरत परिसर मिल सका। सोमवार को पदभार हस्तांतरण और प्रो. पाठक के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। डा. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक को कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही प्रति कुलपति प्रो. विनीत कंसल को विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रो. पाठक वर्तमान में छत्रपति साहू जी महाराज (सीएसजेएम) विश्वविद्यालय के कुलपति हैं। वहीं प्रो विनीत कंसल विश्वविद्यालय के संस्थान आइईटी के निदेशक हैं। सोमवार को पदभार हस्तांतरण और प्रो. पाठक के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया।
छह साल का कुलपति का शानदार कार्यकाल
प्रो. विनय कुमार पाठक ने गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा की चुनौतियों को स्वीकारा और विश्वविद्यालय को बेहतरीन स्थान तक पहुंचाया। उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय को अपना अत्याधुनिक व खूबसूरत परिसर मिल सका। विश्वविद्यालय में 280 शिक्षकों की नियुक्ति, 200 करोड़ की पं. दीन दयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार योजना लागू की। इसके अलावा ट्रेनिंग और प्लेसमेंट को मजबूत स्थिति में लाना, प्रधानमंत्री द्वारा विवि के भवन का लोकार्पण कराया जाना, 30 हजार से अधिक विद्यार्थियों को रोजगार दिलाना, विश्वविद्यालय के आइईटी की पांच ब्रांच को एनबीए एक्रिडिएट दिलाना, एकेटीयू को पूरी तरह डिजिटलीकृत कराना, एआइ व मशीन लर्निंग तकनीक से संस्थान द्वारा शोध की दिशा में नए कीर्तिमान गढऩे का श्रेय भी प्रो. पाठक को ही जाता है। प्रो. पाठक की ओर से विद्यार्थी हित में किए गए कार्यों की लंबी सूची है।
एकेटीयू और एलएंडटी के बीच करार : डा. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के घटन संस्थान इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नालाजी आइईटी और एलएंडटी इलेक्ट्रिकल एंड आटोमेशन कंपनी के बीच इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग, इंटर्नशिप व प्लेसमेंट को बढ़ावा देने के मकसद से एमओयू हस्ताक्षर किया गया। इसके तहत कंपनी द्वारा इंडस्ट्रियल स्केल का स्विच गेयर पैनल भी संस्थान के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग को उपलब्ध कराया गया। इस मौके पर कुलपति प्रो. विनीत कंसल, आइईटी के कुलसचिव डा. प्रदीप बाजपेयी व कंपनी के जीएम दीपयान सान्याल मौजूद रहे।