पीएम नरेंद्र मोदी के गढ़ में गरजेंगी प्रियंका, बनारस में करेंगी चुनाव अभियान की पहली प्रमुख जनसभा
उत्तर प्रदेश में तीन दशक से सत्ता से बेदखल कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार कर ली है। यूपी में ही डेरा डालने का मन बना चुकीं राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका ने चुनावी कमान बतौर प्रभारी अपने हाथ में ले रखी है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। मोदी लहर में हाथ से पूरी तरह फिसल चुकी काशी से कांग्रेस ने फिर आस जोड़ी है। विधानसभा चुनाव 2022 के अभियान की पहली प्रमुख रैली दस अक्टूबर को वहीं होने जा रही है। प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ यानी उनके संसदीय क्षेत्र को गरजने के लिए चुना है। पार्टी ने इस सभा में भीड़ जुटाने का जिम्मा प्रदेशभर के जिला-शहर अध्यक्षों को दिया है। साथ ही 403 विधानसभा सीटों पर टिकट के दावेदारों को भी यहां दम दिखाना होगा।
उत्तर प्रदेश में तीन दशक से सत्ता से बेदखल कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार कर ली है। यूपी में ही डेरा डालने का मन बना चुकीं राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका ने चुनावी कमान बतौर प्रभारी अपने हाथ में ले रखी है। यूं तो वह किसान पंचायत कई जिलों में पहले ही कर चुकी हैं, लेकिन चुनावी सभाओं का सिलसिला दस अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है।
पहली सभा दस अक्टूबर को बनारस के जगतपुर स्थित जगतपुर इंटर कालेज मैदान में प्रस्तावित है। यह सभा इसलिए अपने आप में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है। यहां सफल सभा आयोजित कर कांग्रेस पूरे प्रदेश में संदेश देकर माहौल बनाना चाहती है, लेकिन भीड़ जुटाने की चिंता प्रदेश पदाधिकारियों में जरूर है। दरअसल, 2017 के विधानसभा चुनाव में आठ में से कोई विधानसभा सीट कांग्रेस नहीं जीत सकी थी। हालांकि, इस बीच पार्टी ने संगठन मजबूत करने पर काफी मेहनत की है।
प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रभारी-प्रशासन योगेश दीक्षित की ओर से प्रदेश महासचिव, सचिव, सभी जिलों के जिला-शहर, ब्लाक, वार्ड अध्यक्ष, फ्रंटल संगठन, विभाग और प्रकोष्ठ अध्यक्षों, जनप्रतिनिधि, पूर्व जनप्रतिनिधि व पूर्व पदाधिकारियों को पत्र भेजा है। सभी से अपने-अपने जिलों से अधिक से अधिक कांग्रेसजनों को लाने के लिए कहा है। यही नहीं, विधानसभा के संभावित प्रत्याशी यानी दावेदारों को भी संदेश पहुंचाया गया है, ताकि टिकट के लिए वह भी भीड़ लेकर आएं। यह भी लाजिमी है कि वाराणसी की सीटों के आठ दावेदार और इस क्षेत्र से जुड़े चार प्रमुख प्रदेश पदाधिकारी भी पूरी ताकत झोंकेंगे। प्रदेश प्रवक्ता डा. उमाशंकर पांडेय का कहना है कि यह वाराणसी की जोन की सभा है। शुरुआत वहां से हो रही है, ऐसी कई सभाएं होंगी।