प्रियंका गांधी ने दिया चुनाव नहीं लड़ने का संकेत, बोली-मोदी का मुकाबला राहुल से होगा मुझसे नहीं
मिशन यूपी को धार देने में जुटी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को 16 घंटे से अधिक लंबे समय चली बैठकों के बाद खुद चुनाव नहीं लड़कर संगठन को समय देने का संकेत दिया।
लखनऊ, जेएनएन। मिशन यूपी को धार देने में जुटी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को 16 घंटे से अधिक लंबे समय चली बैठकों के बाद खुद चुनाव नहीं लड़कर संगठन को समय देने का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला मेरे से नहीं, राहुल से मुकाबला होगा, राहुल लड़ रहे हैं।
सोमवार को लखनऊ पहुंचने के लगभग 41 घंटे बाद महासचिव व पूर्वी जिलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुप्पी तोड़ी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता पार्टी संगठन को मजबूत करना है।
लगातार 16 घंटे बैठकें कर संगठन की समीक्षा
प्रियंका ने अमेठी और रायबरेली सहित एक दर्जन संसदीय क्षेत्रों से आए प्रमुख नेताओं के साथ अलग-अलग लगातार 16 घंटे बैठकें कर संगठन की समीक्षा करते हुए सियासी समीकरणों की जानकारी भी लीं। बैठकों के बाद बुधवार को तड़के लगभग पांच बजे विश्राम के लिए निकली प्रियंका ने मीडिया कर्मियों के कुछ सवालों का जवाब दिया। जब प्रियंका से पूछा गया कि क्या उनका मुकाबला प्रधानमंत्री मोदी से होगा? उन्होंने कहा, 'मेरे से नहीं, राहुल जी से उनका मुकाबला होगा। राहुल लड़ तो रहे हैं। '
जांच से फर्क नहीं पड़ता
जब उनके पति राबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ करने का सवाल दागा गया तो उनका सहज भाव से कहना था कि, 'ये चीज़े चलती रहेंगी, मैं अपना काम करती रहूंगी, मुझे बिल्कुल फर्क नहीं पड़ता। '
प्रियंका से चुनाव लडऩे के बारे पूछा गया तो उन्होंने कहा्र, 'मैं अभी संगठन के बारे में सीख रही हूं। लोगों की राय सुन रही हूं। आखिर चुनाव कैसे जीता जाए, इस पर ही बात हो रही है। ' उल्लेखनीय है कि लखनऊ संसदीय क्षेत्र की बैठक में स्थानीय नेताओं ने प्रियंका को लखनऊ से चुनाव लडऩे का प्रस्ताव दिया था, जिसे कांग्रेस महासचिव ने मुस्कराकर टाल दिया था।