निजी लैब को सरकारी में भेजना होगा डेंगू मरीजों का सैंपल, रुकेगा फर्जीवाड़ा
लखनऊ में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है ऐसे में निजी लैब संचालक धंधे में जुट गए हैं। ऐसे में अब डेंगू मरीजों की रिपोर्ट का वेरीफिकेशन का फैसला लिया गया है। कुल पॉजिटिव मरीज के 10 फीसद सैंपल सरकारी लैब से टेस्ट कराए जाएंगे।
लखनऊ, जेएनएन। शहर में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। निजी लैब संचालक धंधे में जुट गए हैं। ऐसे में अब डेंगू मरीजों की रिपोर्ट का वेरीफिकेशन का फैसला लिया गया है। कुल पॉजिटिव मरीज के 10 फीसद सैंपल सरकारी लैब से टेस्ट कराए जाएंगे।
सरकारी आंकड़ों में डेंगू मरीजों की संख्या 178 पार जा चुकी है। वहीं मौतों का ग्राफ शून्य है। उधर, सरकारी व निजी अस्पतालों के डेंगू वार्ड में मरीजों की भरमार है। मगर, अस्पताल, सीएमओ कार्यालय द्वारा मरीजों की रिपोर्ट अपडेट करने में हीलाहवाली हो रही है। साथ ही डेथ ऑडिट भी नहीं हो रहा है। लिहाजा, डेंगू की हकीकत पर पर्दा पड़ा हुआ है। इससे सरकारी कागजों पर बीमारी नियंत्रण में बनी हुई है। वहीं एंटीलार्वा का छिड़काव भी हवा में हो रहा है। अगस्त में 174 टीम का दावा करने वाले अफसर अभी 35 टीम ही छिड़काव के लिए मैदान में उतार सके हैं। ऐसे में शहर के 110 वार्डों में अभी एंटीलार्वा का छिड़काव ही नहीं हो सका। 50 फीसद वार्डों में एंटीलार्वा छिड़काव का काम पूरा होने का दावा किया जा रहा है। मगर, यहां भी एंटीलार्वा छिड़काव का चक्र पूरा नहीं किया गया। लिहाजा, मोहल्लों मेें मच्छरों की भरमार है। सीएमओ डॉ. संजय भटनागर के मुताबिक सभी अस्पताल, लैब को डेंगू मरीजों की तत्काल रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया है। इससे समयगत मरीज के घर व आस-पास मच्छररोधी कार्रवाई की जा सके। इसके लिए शेष टीम का भी गठन किया जा रहा है। वहीं सभी निजी लैब को डेंगू मरीजों के 10 फीसद सैंपल सरकारी लैब में भेजने काे कहा गया है। लोहिया संस्थान, पीजीआइ, केजीएमयू में संबंधित पॉजिटिव आए मरीजों के सैंपल को टेस्ट किया जाएगा। निजी लैब व सरकारी लैब की रिपोर्ट का वेरी फिकेशन होगा। इससे निजी लैब के फर्जीवाड़े पर अंकुश लगेगा।
डेंगू-
- तेज बुखार, सिर, मांसपेशियों, जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द
- कमजोरी लगना, भूख न लगना व मरीज का जी मिचलाना
- चेहरे, गर्दन, चेस्ट, पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज पड़ना
- डेंगू हेमरेजिक में नाक, मुंह, मसूड़े व मल मार्ग से खून आना
- डेंगू शॉक सिंड्रोम में ब्लडप्रेश लो होना, बेहोशी होना
- शरीर में प्लेटलेट्स लगातार कम होने लगना
बचाव-
- घर व आस-पास पानी को जमा न होने दें।
- कूलर, बाथरूम, किचन में जलभराव पर ध्यान दें
- एकत्र पानी में मच्छर भगाने का तेल स्प्रे करें।
- एसी की पानी टपकने वाली ट्रे को रोज साफ करें
- घर में रखे गमले में पानी जमा न होने दें।
- छत पर टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें
- पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को रोज साफ करें
- शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें।
- बच्चों को फुल पेंट व पूरी बाजू की शर्ट पहनाएं।
- संभव हो तो मच्छरदानी लगाकर सोएं।
आहार का रखें ध्यान
बुखार में आहार का ध्यान रखें। हरी सब्जियां, फलों के साथ सुपाच्य भोजन करें।
तरल चीजें खूब पिएं। पानी सूप, दूध, छाछ, नारियल पानी, ओआरएस का घोल, जूस, शिकंजी आदि
लें।