President in Lucknow: प्रेसीडेंशियल सुईट नवरत्न संग दौड़ेंगे हीरा-नीलम और फिरोजा, जानिए क्या है खासियत
President in Lucknow राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 28 जून को सुबह करीब 1030 बजे कानपुर सेंट्रल से 14 बोगियों वाली प्रेसीडेंशियल ट्रेन से रवाना होंगे। इस बार महाराजा एक्सप्रेस को प्रेसीडेंशियल ट्रेन बनाया गया है। राष्ट्रपति जिस 448 वर्गफीट के प्रेसीडेंशियल सुईट में आएंगे उसका नाम नवरत्न है।
लखनऊ, जेएनएन। पहली बार राष्ट्रपति ट्रेन में सवार होकर लखनऊ आ रहे हैं। वह जिस प्रेसीडेंशियल ट्रेन से सफर करेंगे। वह 28 जून को कानपुर से लखनऊ की दूरी 1:20 घंटे में तय करेगी। राष्ट्रपति जिस 448 वर्गफीट के प्रेसीडेंशियल सुईट में कानपुर की गंगा नदी जैसे मनोरम दृश्यों का आनंद लेते हुए लखनऊ आएंगे। उस सुईट का नाम नवरत्न होगा। नवरत्न के साथ मोती, हीरा, नीलम, फिरोजा, मोंगा और पुखराज भी एक माला के रूप में पिरोए जाएंगे। यह नाम उन डीलक्स, जूनियर सुईट और सुईट के हैं। जो प्रेसीडेंशियल सुईट नवरत्न के साथ जुड़े होंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 28 जून को सुबह करीब 10:30 बजे कानपुर सेंट्रल से 14 बोगियों वाली प्रेसीडेंशियल ट्रेन से रवाना होंगे।
इस बार महाराजा एक्सप्रेस को प्रेसीडेंशियल ट्रेन बनाया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि जो प्रेसीडेंशियल सैलून राष्ट्रपति के लिए बनाया गया था। वह अपनी आयु पूरी करने के बाद रेल सेवा से डिकमीशंड हो गया है। नया सैलून बनाने पर खर्च आठ करोड़ रुपये का था। जिसे राष्ट्रपति के आदेश के बाद फिजूलखर्ची रोकने के लिए नहीं बनाया गया। अब राष्ट्रपति की प्रेसीडेंशियल ट्रेन महाराजा एक्सप्रेस के रैक से तैयार की जा रही है। इस रैक में केवल एक प्रेसीडेंशियल सुईट होता है। जबकि शेष तीन अलग-अलग श्रेणी के सुईट भी होंगे। जिनमें कुल 42 केबिन में एक साथ 87 लोगों के सफर करने की क्षमता होगी। राष्ट्रपति के साथ चलने वाला उनका स्टाफ और सुरक्षा अधिकारियों के साथ रेलवे बोर्ड के अधिकारी इन आलीशान सुईट में ही सफर करेंगे
प्रेसीडेंशियल सुईट की खासियत : राष्ट्रपति जिस प्रेसीडेंशियल सुईट में यात्रा करेंगे उसमें 80 गुणे 60 इंच का एक डबल बेड होगा। इसके अलावा दो बेडरूम, लिविंग एरिया, डाइनिंग रूम, मार्डन निजी बाथरूम, सोफा, लिखने वाला टेबल, लाइव टेलीविजन देखने की सुविधा और वाई-फाई, डायरेक्ट डायल टेलीफोन और चैनल म्यूजिक की सुविधा भी होगी।
जानिए महाराजा एक्सप्रेस के बारे में : पैलेस ऑन व्हील की तर्ज पर देश में डीलक्स ट्रेन महाराजा एक्सप्रेस की शुरुआत हुई थी। इस डीलक्स टूरिस्ट ट्रेन में अधिकांश विदेशी यात्री भारत दर्शन के लिए आते हैं। यह ट्रेन वाराणसी होकर लखनऊ भी आती है। जहां उतरेटिया में विदेशी सैलानियों को लेकर लखनऊ में कथक घराने से उनको रूबरू कराया जाता है। यहां की ऐतिहासिक स्थलों की सैर के लिए वह दो दिन लखनऊ में रहते हैं।