गर्भवती महिलाएं मनाएं सुरक्षित दीपावली, इन बातों का रखें ध्यान Lucknow News
गर्भवती पटाखों से दूर रहें। नवजात बच्चों को भी नुकसान पहुंचा सकता है पटाखों का शोर।
लखनऊ, जेएनएन। गर्भवती महिलाओं, प्रसूताओं सहित नवजात बच्चों के लिए पटाखों का शोर और धुंआ नुकसानदेह हो सकता है। अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखते हुए त्योहार का आनंद उठा सकती हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ दे रहीं हैं, सुरक्षित दीपावली मनाने की जानकारी।
मां रखें ख्याल
डॉ. राममनोहर लोहिया संस्थान में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में प्रो. विभागाध्यक्ष डॉ. यशोधरा प्रदीप कहती हैं कि शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। दीपावली पर यह और भी बढ़ जाता है। तेज आवाज वाले पटाखे और उनसे निकलने वाला धुंआ मां व उसके गर्भस्थ शिशु के लिए नुकसानदेह हो सकता है। पटाखों से दूर रहें और खानपान का विशेष ध्यान रखें।
ध्वनि प्रदूषण से रहें दूर
इंदिरानगर यूसीएचसी की सीएमएस डॉ. रश्मि गुप्ता कहती हैं कि त्योहार आस्था से जुड़े होते हैं, इसलिए किसी को रोका नहीं जा सकता। लेकिन, मानसिक तौर पर गर्भवती व उसके शिशु पर पटाखों की आवाज से प्रभाव तो पड़ता है। जो मां महसूस करती है, वही उसका बच्चा महसूस करता है। पटाखे की तेज आवाज पर यदि वह डरेगी तो शिशु भी डरेगा अत: इनसे दूर रहें। हालांकि, वैज्ञानिक रिसर्च में साबित किया जा चुका है, पर मेडिकल रिसर्च चल रही है। वहीं, झलकारीबाई की सीएमएस डॉ. सुधा वर्मा कहती हैं कि आग से दूर रहें और ईकोफ्रेंडली दीवाली मनाएं।
ये हो सकती हैं समस्याएं
गर्भवती महिला को पटाखों से उत्पन्न प्रदूषण के कारण एलर्जी का खतरा होता है। इससे त्वचा में जलन, लाल चकत्ते, फुंसी, दाने की समस्या हो सकती है।
इन बातों का रखें ख्याल
- हर एक घंटे बाद कुछ न कुछ खाती रहें, पानी भी पीती रहें।
- मिर्च-मसाले, मिठाई, ऑयली फूड खाने से बचें।
- अस्थमा या सांस संबंधी समस्या हो तो पटाखों के धुंए से दूर रहें।