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तोगडिय़ा का अल्टीमेटम, अक्टूबर के अंत तक अयोध्या में राम मंदिर पर कानून बना दे सरकार

अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद का गठन करने वाले डॉ. प्रवीण भाई तोगडिय़ा ने केंद्र तथा राज्य सरकार को भी एक तगड़ा अल्टीमेटम दिया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 26 Jun 2018 03:08 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jun 2018 05:55 PM (IST)
तोगडिय़ा का अल्टीमेटम, अक्टूबर के अंत तक अयोध्या में राम मंदिर पर कानून बना दे सरकार
तोगडिय़ा का अल्टीमेटम, अक्टूबर के अंत तक अयोध्या में राम मंदिर पर कानून बना दे सरकार

लखनऊ (जेएनएन)। विश्व हिंदू परिषद से बाहर होने के बाद अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद का गठन करने वाले डॉ. प्रवीण भाई तोगडिय़ा ने केंद्र तथा राज्य सरकार को भी एक तगड़ा अल्टीमेटम दिया है। लखनऊ में आज तोगडिय़ा ने कहा कि केंद्र सरकार अक्टूबर तक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कराने के लिए कानून बना दे। इसके लिए उन्होंने अब जोरदार अभियान छेड़ दिया है।

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राम मंदिर को लेकर डॉ. प्रवीण भाई तोगडिय़ा ने आज लखनऊ में मसौदा पेश किया। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद की अयोध्या में घोषणा के बाद आज लखनऊ पहुंचे प्रवीण भाई तोगडिय़ा ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए सरकार संसद में कानून बनाए। इसके लिए उन्होंने सरकार को अक्टूबर के अंत तक का समय दिया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह चार माह में 20 करोड़ लोगों का हस्ताक्षर कराके प्रस्तावित कानून का मसौदा सरकार को सौंपेंगे। अगर कानून नहीं बना तो फिर 2019 में हिंदू फैसला करेंगे। हिंदू समाज को इसके लिए तीसरे विकल्प को लाने में समय नहीं लगेगा।

उन्होंने कहा कि हमने सरकार को चार महीने का समय दिया है। तब तक संसद में राम मंदिर का कानून नहीं बना तो हम अक्टूबर में लखनऊ से अयोध्या कूच करेंगे। तोगडिय़ा ने कहा कि हमें हमें शर्मिंदगी नहीं चाहिए, हमें राम मंदिर चाहिए। हमें काशी, मथुरा चाहिए। कश्मीर में हिंदुओं को बसाने वाली सरकार चाहिए। कश्मीर में आतंकियों के सीने पर गोली न चलाने वाले नहीं चाहिए, जो मलमास की नहीं रमजान की चिंता करते हैं। हमें तो वह भी नहीं चाहिए।

प्रवीण भाई तोगडिय़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज किया कि उन्हें विदेश घूमने से फुर्सत नहीं है। फुर्सत मिले तब वह कानून बनाने की सोचें। प्रवीण तोगडिय़ा ने अपने नए संगठन अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद का ऐलान कर दिया है। प्रवीण तोगडिय़ा ने बताया कि नए संगठन को लेकर वह आज ही अयोध्या पहुंचेगे। संतों से आर्शीवाद लेंगे।

लखनऊ में आज प्रवीण तोगडिय़ा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के विशेषज्ञ वकीलों की सहायता से श्रीराम जन्मस्थान मंदिर विधेयक 2018 बनाया है, जिसे वह राष्ट्रहित में जारी कर रहे हैं। प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि केंद्र सरकार सोमनाथ की तर्ज पर कानून बनाकर अयोध्या में राम मंदिर बनाए। उन्होंने कहा कि मंदिर पर मसला भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रस्ताव में पास किया था। यही नहीं भी चुनाव में घोषणा पत्र में शामिल किया। उन्होंने कहा कि केंद्र में 2014 से भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है। तोगडिय़ा ने कहा कि मैंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बड़े पदाधिकारियों के साथ बैठकर संसद में कानून की मांग की। संतों ने प्रधानमंत्री से संसद में कानून बनाने को लेकर मुलाकात की, लेकिन प्रधानमंत्री ने संतों की बात नहीं मानी।

उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार को चार वर्ष हो गए हैं। चार वर्ष में राम मंदिर के लिए संसद में कानून नहीं बना। यह हिंदुओं के साथ विश्वासघात है। भगवान राम के साथ विश्वासघात है। तोगडिय़ा ने कहा कि हो सकता है मेरे बड़े भाई नरेंद्र मोदी को विदेश घूमने के कारण संसद में कानून बनाने का समय नहीं मिल रहा होगा। हमने संतों के आशीर्वाद से सुप्रीम कोर्ट के बड़े अधिवक्ताओं की मदद से राम मंदिर निर्माण के कानून का प्रस्ताव बनाया है। इसे मैं आज रिलीज कर रहा हूं। इसे हम अयोध्या में भगवान रामलला के चरण में रखेंगे।

उन्होंने कहा भाजपा का तो दिल्ली में कई करोड़ों का घर बन गया है लेकिन अयोध्या में भगवान राम टाट के तंबू से अभी तक अपने घर में नहीं आए। प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि इस ड्राफ्ट को मैं भारत के प्रधानमंत्री को भेज रहा हूं। कल के अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के सम्मेलन में हिंदुओं का मांग पत्र रिलीज किया है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि राम मंदिर का निर्माण का कानून बनाओ। काशी में ज्ञानवापी हटाओ। समान नागरिक संहिता लागू करो। दो बच्चों का कानून बनाओ। कश्मीर से धारा 370 हटाओ। हम मांग करते हैं कि किसानों को कर्ज से मुक्त करो। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें स्वीकार करो। 


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