बहराइच में प्रवीण भाई तोगड़िया बाेले- सिंघल, अवैद्यनाथ, परमहंस और ठाकरे को मिले भारत रत्न
तोगड़िया ने कहा कि बड़े सौभाग्य की बात है कि प्रारंभ से लेकर राम मंदिर के लिए लड़ने के लिए भगवान ने उन्हें मौका दिया। मंदिर बनाने का श्रेय सभी 100 करोड़ हिंदुओं व कारसेवकों का है। कहा कि चार लोगों का नेतृत्व नहीं होता तो मंदिर नहीं बनता।
बहराइच, संवादसूत्र। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. प्रवीण भाई तोगड़िया मंगलवार को बहराइच पहुंचे। उन्होंने शहर के श्री सिद्धनाथ मंदिर में संवाददाताओं से वार्ता की। कहा कि वह भगवान राम से दूर हो ही नहीं सकते। हम राम के साथ हैं और राम हमारे दिल में हैं। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनाने के लिए लाखों कारसेवक अयोध्या पहुंचे थे। उनमें से कुछ बलिदान भी हो गए। बलिदान हुए कारसेवकों की प्रतिमाएं श्रीराम मंदिर परिसर में खड़ी करनी चाहिए, ताकि राम के दर्शन करने के पहले बलिदान हुए कारसेवकों का भी भक्त दर्शन कर सकें।
उन्होंने कहा कि बड़े सौभाग्य की बात है कि प्रारंभ से लेकर राम मंदिर के लिए लड़ने के लिए भगवान ने उन्हें मौका दिया। मंदिर बनाने का श्रेय सभी 100 करोड़ हिंदुओं व कारसेवकों का है। कहा कि चार लोगों का नेतृत्व नहीं होता तो मंदिर नहीं बनता। इसके लिए अशोक सिंघल, गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ, अयोध्या के रामचंद्र परमहंस और बाला साहब ठाकरे को भारत रत्न मिलना चाहिए। कहा कि सोमनाथ मंदिर के लिए बलिदान देने वाले वीर हमीर सिंह थे। सोमनाथ मंदिर में सरदार पटेल ने उनकी प्रतिमा स्थापित करवाई थी। आज भी मंदिर के दाहिने उनकी प्रतिमा स्थापित है। अयोध्या मंदिर आंदोलन में अपने प्राण गंवाने वाले कारसेवकों की मूर्ति मंदिर परिसर में बननी चाहिए, जिससे यहां आने वाले भक्त उनका भी दर्शन कर सकें।
जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत : हिंदू रक्षा निधि कार्यक्रम में शामिल होने आए अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. प्रवीण भाई तोगड़िया, वेदप्रकाश सचान, इंद्रबली, धनंजय सिंह का गजाधरपुर में कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत कर हिंदू रक्षा निधि समर्पित की। उन्होंने सभी से एकजुटता का आह्वान किया। भुवनेश उपाध्याय, विशाल सिंह, राम बचन सोनी, अमरेश पांडेय, चंदन गौड़, हृदयराम गुप्त, विनोद यादव, कपिल शुक्ल शामिल रहे। फखरपुर में प्रमुख प्रतिनिधि रणवीर सिंह मुन्ना, पेशकार यादव, सीताराम पांडेय, राम पल्टन पांडेय, विश्वप्रकाश सिंह, अमन सिंह, अमन अवस्थी, श्यामजी त्रिपाठी ने स्वागत किया।