डाक के साथ बेटी को बचाने और पढ़ाने का भी संदेश पहुंचाएंगे डाकिए
डाकिए अब बेटियों की खुशहाली और तरक्की का भी संदेश देंगे। वह डाक बांटने के साथ भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का भी प्रचार-प्रसार करेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। कभी खुशी तो कभी गम का संदेश घर घर पहुंचाने वाले डाकिए अब बेटियों की खुशहाली और तरक्की का भी संदेश देंगे। वह डाक बांटने के साथ भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का भी प्रचार-प्रसार करेंगे। इसके लिए पोस्टमैन अपनी वर्दी पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ संदेश लिखा बैज लगाएंगे। वह सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में भी जागरूक करेंगे। शनिवार को लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने डाकियों की वर्दी पर इसके बैज लगाए।
निदेशक ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2015 में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का शुभारंभ किया था। इसी के तहत सुकन्या समृद्धि योजना शुरू हुई। जिसमें किसी भी डाकघर में 10 साल तक की बालिकाओं का सुकन्या समृद्धि खाता मात्र 250 रूपये में खोला जा सकता है। इसमें अधिकतम डेढ़ लाख रूपये जमा किये जा सकते हैं। इस योजना में खाता खोलने से मात्र 15 वर्ष तक धन जमा कराना होगा। बेटी की उम्र 18 वर्ष होने पर जमा राशि का 50 प्रतिशत व सम्पूर्ण राशि 21 वर्ष पूरा होने पर निकाली जा सकती है।
वर्तमान में ब्याज दर 8.5 प्रतिशत है। साथ ही जमा धनराशि में आयकर छूट का भी प्रावधान है। उत्तर प्रदेश में लगभग 15 लाख बेटियों के सुकन्या खाते डाकघरों में खोले जा चुके हैं। सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्जवल व समृद्ध भविष्य से भी जुडा हुआ है। इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बेटियों के लिए ही होगी।