आपदा की घड़ी में खेत में पहुंचकर किसान को दी नकदी..पेश की ऐसी मिसाल कि PM ने भी की तारीफ
भारतीय डाक सेवा ने किया कमाल आपदा की घड़ी में पेश की मिसाल अमेठी में भी डाकियों ने खेत में दी किसान को रकम।
अमेठी [दिलीप सिंह]। जरूरत पर एक छोटी से सार्थक कोशिश कितनी बड़ी हो सकती है। यह बात डाक कर्मी मिथिलेश कुमारी से बेहतर आज कौन समझ सकता है। मिथिलेश की ईमानदार कोशिश को आपदा की इस घड़ी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कठिन प्रयासों के लिए मेहनती डाकियों (पोस्टमैन) की तारीफ की है। पीएम मोदी ने यह बात केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद के एक ट्वीट पर रीट्वीट करते हुए लिखी है।
तिलोई तहसील के जमुरवा गांव के पुरवा पूरे नेपाल निवासी किसान जितेंद्र सिंह पाल को गेहूं की मड़ाई के लिए पैसों की जरूरत पड़ी। जिसके लिए वे बैंक गए। लेकिन, बैंक भी बंद हो चुका था। थकहार कर वह वापस खेत पर आ गए। तभी अचानक उन्हें डाक सेवा की याद आई और किसान ने जमुरवा की पोस्ट मास्टर मिथिलेश कुमारी को फोन करके अपनी समस्या बताई। जिसके बाद पोस्टमास्टर मिथिलेश कुमारी ने गांव पहुंच कर खेत में काम कर रहे जितेंद्र सिंह को आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) के तहत तीन हजार रुपये उपलब्ध करवाए।
यह सब शुक्रवार की शाम जमुरवा गांव में हुआ और विभाग के जरिए बात अगले दिन केंद्रीय संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद तक पहुंची तो उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि आवश्यक सामानों की घर तक डिलीवरी, आर्थिक लेन-देन, मेडिकल उपकरणों को जरूरतमंदों तक पहुंचाने में इंडिया पोस्ट मदद कर रहा है।
लॉकडाउन के दौरान इंडिया पोस्ट अपनी सेवाओं के जरिए नागरिकों तक आशा, आश्वासन और खुशियां पहुंचा रहा है। संचार मंत्री के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा है कि इस समय लोगों की सहायता करने में उनके कठिन प्रयासों के लिए हमारे मेहनती पोस्टमैन की भूरि-भूरि प्रशंसा। मिथिलेश ने कहाकि उन्होंने तो वही किया है, जो उनका काम है। संकट की इस घड़ी में सबको सतर्क होकर अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। केंद्रीय मंत्री व पीएम मोदी की सराहना से वह खुश हैं।