सीएम के दौरे के बाद लोहिया संस्थान में प्रशासनिक फेरबदल, सीएमएस की हुई तैनाती
लोहिया संस्थान में मुख्यमंत्री के निरीक्षण के बाद निदेशक ने किया प्रशासनिक फेरबदल दो के बजाय एक केवल एक होंगे एमएस।
लखनऊ, जेएनएन। लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में मुख्यमंत्री के निरीक्षण के बाद प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पहुंचे। उन्होंने इमरजेंसी का निरीक्षण िकिया। साथ ही व्यवस्था सुधारने का अल्टीमेटम दिया। वहीं निदेशक ने शाम को प्रशासनिक फेरबदल किया। इसमें हॉस्पिटल ब्लॉक में एमएस को हटाकर, सीएमएस की तैनात कर दी। वहीं अब संस्थान में ही एक ही एमएस रखने का फैसला किया।
लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में बुधवार को मुख्यमंत्री ने इमरजेंसी का निरीक्षण कर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। इसके बाद गुरुवार को सुबह सवा नौ बजे के करीब प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे लोहिया संस्थान पहुंचे। यहां स्क्रीनिंग एरिया-वन, स्क्रीनिंग एरिया-टू का निरीक्षण किया। महिला व पुरुष इमरजेंसी का का जायजा लिया। इस दौरान अफसरों को इमरजेंसी सेवा जल्द सुधारने का अल्टीमेटम दिया। जिसके बाद शाम को निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने प्रशासनिक फेरबदल किया।
डॉ. राजनभटनागर बने सीएमए
लोहिया अस्पताल का लोहिया संस्थान में विलय के बाद दो एमएस बनें। इसमें चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल ब्लॉक का एमएस डॉ. देवाशीष शुक्ला को बनाया गया था। वहीं संस्थान के मौजूदा एमएस डॉ. विक्रम सिंह हैं। निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने गुरुवार को दो माह से खाली चल रहे सीएमएस पद पर तैनाती का फैसला किया। इसमें संस्थान के रजिस्ट्रार डॉ. राजन भटनागर को सीएमएस बनाया। इनका कार्यालय लोहिया हॉस्पिटल में होगा। इसका आदेश जारी हो गया। वहीं प्रोफेसर जॉन को रजिस्ट्रार का कार्यभार दिया गया है। निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने कहा कि हॉस्पिटल ब्लॉक के एमएस डॉ. देवाशीष शुक्ला को पद कार्यमुक्त कर दिया गया है। वह अब मानसिक रोग विशेषज्ञ के तौर पर कार्य करेंगे। सीएमएस ही हॉस्पिटल ब्लॉक की व्यवस्थाओं के साथ-साथ संस्थान की माॅनिटरिंग करेंगे। वहीं डॉ. देवाशीष शुक्ला ने अभी एमएस पद से हटाने संबंधी आदेश मिलने से इंकार किया है।
गाइनी इमरजेंसी ओपीडी शुरू
लोहिया में अब पुरानी ओपीडी में इमरजेंसी सेवा का विस्तार किया गया है। इसे सेमी इमरजेंसी ओपीडी नाम दिया गया है। गाइनी की गुरुवार से शुरू हो गई है। इसके अलावा मेडिसिन, जनरल सर्जरी, नेत्र रोग विभाग, आर्थोपेडिक, ईएनटी आदि की ओपीडी शुरू कर दी गई।