बारिश की बूंदें बनीं हवा के लिए 'दवा', प्रदूषण के स्तर में आइ्र कमी-सुधरा शहरों का AQI
मुजफ्फरपुर (323) को छोड़कर सभी का एक्यूआइ 300 के नीचे। इससे निश्चित तौर पर लोगों ने राहत की सांस ली है।
लखनऊ, जेएनएन। नन्हीं बूंदों ने गलन के साथ किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें भले बढ़ा दी हों, लेकिन जहरीली हो रही हवा की दवा जरूर कर दी। शुक्रवार को बारिश का सिलसिला थमने के साथ लोगों ने जहां राहत की सांस ली वहीं सांसों में पैबस्त हो रहे प्रदूषण में भी कमी आई। मुजफ्फरपुर (323) को छोड़ दें तो सभी शहरों का एक्यूआइ संतोषजनक रहा।
लखनऊ में भी एक्यूआइ 300 के आसपास बना हुआ था, लेकिन 40 घंटे बाद जब राजधानी में बारिश थमी तो एक्यूआइ 101 पर नजर आया। इससे निश्चित तौर पर लोगों ने राहत की सांस ली है। ठंड में हवा की धीमी रफ्तार और धुंध-कोहरे के चलते हवा में भारी धातुओं की मात्रा बढ़ जाती है। इसके चलते सांस लेने में दिक्कत होती है। ऐसे में सांस और दिल के रोगियों को एहतियात बरतनी पड़ती है।
बुधवार को शुरू बारिश ने गुरुवार को जोर पकड़ा और शुक्रवार को राहत मिली। औद्योगिक शहरों कानपुर और ग्रेटर नोएडा में एक्यूआइ का स्तर तीन सौ के नीचे रहा। इसके अलावा दिल्ली की हवा का भी पानी ने इलाज किया। कानपुर का एक्यूआइ तो 92 रहा, जो पिछले दिनों में सबसे सुधरा रहा।
गौरतलब है कि प्रदेश के साथ ही लखनऊ की हवा में बढ़ता प्रदूषण लगातार चिंता का विषय बना हुआ था। पिछले वर्ष लखनऊ ने एक्यूआइ के मामले में कई बार दिल्ली और ग्रेटर नोएडा को पीछे छोड़ा था। मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर की थी तब प्रशासनिक अमला हरकत में आया था। इसके बाद खुले में कूड़ा जलाने पर रोक, निर्माणाधीन भवनों पर हरा जाल डालने और पेड़ों की धुलाई जैसे कदम उठाए गए थे।
प्रमुख शहरों का एक्यूआइ
- मुजफ्फरपुर 323
- दिल्ली 265
- ग्रेटर नोएडा 208
- लखनऊ 101
- कानपुर 92
लखनऊ का पिछले एक सप्ताह का एक्यूआइ
- 11 जनवरी 291
- 12 जनवरी 357
- 13 जनवरी 355
- 14 जनवरी 296
- 15 जनवरी 354
- 16 जनवरी 214
- 17 जनवरी 101