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लखनऊ में बसपा मुखिया मायावती से मिले तेजस्वी, बढ़ी सियासी हलचल

मायावती ने लालू यादव के खिलाफ द्वेष भावना से कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि देश से सांप्रदायिक ताकतों को खत्म करने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों को एक होना होगा।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 14 Jan 2019 10:27 AM (IST)Updated: Mon, 14 Jan 2019 12:03 PM (IST)
लखनऊ में बसपा मुखिया मायावती से मिले तेजस्वी, बढ़ी सियासी हलचल
लखनऊ में बसपा मुखिया मायावती से मिले तेजस्वी, बढ़ी सियासी हलचल

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन से देश में सियासी हलचल बढ़ गई है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कल रात लखनऊ में इसको और बढ़ा दिया।

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बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कल देर रात बसपा प्रमुख मायावती से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दो घंटे की मुलाकात के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए दोनों नेताओं ने एक दूसरे को सराहा। मायावती ने लालू यादव के खिलाफ द्वेष भावना से कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि देश से सांप्रदायिक ताकतों को खत्म करने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों को एक होना होगा।

मायावती ने कहा कि लालू यादव के परिवार का मनोबल बढ़ाने की जरूरत है। साथ ही बिहार में गठबंधन के सवाल पर कहा कि इसके बारे में आगे सोचा जाएगा। तेजस्वी ने बसपा प्रमुख मायावती से मुलाकात की। उन्होंने मायावती के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके अलावा तेजस्वी नेसपा-बसपा गठबंधन पर अपनी खुशी जताई और कहा कि यूपी में भाजपा अब एक भी सीट नहीं जीत पाएगी। आरजेडी नेता तेजस्वी ने कहा कि अब यूपी और बिहार से भाजपा का सफाया होगा। हम यही चाहते हैं कि मायावती से हमें मार्गदर्शन मिले। हमें सीखने का मौका मिलता है। 

राजद नेता तेजस्वी ने बसपा प्रमुख को आदर्श बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले सपा-बसपा के गठबंधन से देश की राजनीति को एक नई राह मिलेगी। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा केंद्र सरकार देश को बाबा साहब के संविधान के बजाए नागपुरिया संविधान से चलाना चाहती है।

गठबंधन पर खुशी जताते हुए तेजस्वी ने कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने जिस महागठबंधन की कल्पना की थी, वह उप्र में अब साकार हो गया है। गठबंधन के जरिये भाजपा के सफाये की नींव रखी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि बिहार और उप्र में एक भी सीट भाजपा नहीं जीत सकेगी। यूपी व बिहार के बिना दिल्ली में भाजपा को सरकार बनाना संभव नहीं होगा।

निकाले जा रहे निहितार्थ

तेजस्वी के दो दिवसीय लखनऊ दौरे के निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। इसे से उत्तर प्रदेश के बाहर भी सियासी गठजोड़ की संभावनाएं तलाशने के नजरिये से देखा जा रहा है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि राजद उत्तर प्रदेश में दो सीटों पर चुनाव लडऩा चाहता है। इसी सिलसिले में तेजस्वी गठबंधन के दोनों दलों के प्रमुखों से मिलने आए हैं। यह भी कहा जा रहा है कि तेजस्वी लोकसभा चुनाव में मायावती को बिहार की गोपालगंज सीट देने का ऑफर भी दे सकते हैं।

 

लंच पर आज अखिलेश से मिलेंगे तेजस्वी

तेजस्वी यादव आज समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से लंच पर मुलाकात करेंगे। तेजस्वी यादव आज अपने करीबी रिश्तेदार के साथ ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से भी मुलाकात करेंगे।


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