सामाजिक सरोकार तक ही सीमित रही सियासी जुटान
जनता परिवार से जुड़े रहे सियासी दिग्गजों की लखनऊ में जुटान को लेकर संभावनाएं तो बहुत टटोली गयीं लेकिन नेताओं की दिलचस्पी सामाजिक सरोकार तक सीमित रही। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भाजपा के सफाये का एलान जरूर किया लेकिन महागठबंधन को लेकर चुप रहे।
लखनऊ। जनता परिवार से जुड़े रहे सियासी दिग्गजों की आज लखनऊ में जुटान को लेकर संभावनाएं तो बहुत टटोली गयीं लेकिन नेताओं की दिलचस्पी सामाजिक सरोकार तक ही सीमित रही। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने चिर-परिचित अंदाज में भाजपा के सफाये का एलान जरूर किया लेकिन महागठबंधन को लेकर चुप रहे। बाकी नेता सामाजिक उत्सव में शामिल होने की बात कहकर चुप्पी साध गए।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के भतीजे और मंत्री शिवपाल सिंह यादव के पुत्र आदित्य यादव के विवाह पर आयोजित प्रीतिभोज में राज्यपाल राम नाईक, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, जनता दल यू के अध्यक्ष शरद यादव और महासचिव केसी त्यागी, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, पूर्व सपा नेता अमर सिंह, महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी समेत कई राजनीतिक हस्तियां शामिल हुईं।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मंत्री शिवपाल सिंह यादव समेत यादव परिवार के प्रमुख लोग मेहमानों की अगुवानी कर रहे थे। कई वीआइपी मेहमान वीवीआइपी अतिथि गृह में ठहरे थे। सबसे पहले दिग्विजय सिंह अपनी पत्नी अमृता राय के साथ आए। सियासत में समझौते की संभावनाओं का फलसफा समझाते हुए दिग्विजय ने इतना जरूर कहा कि शिवपाल सिंह यादव ने फोन किया था। हमारी बिरादरी की लड़की उनके घर जा रही है इसलिए आना ही था। इस बीच अतिथि गृह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पहुंचे। मीडिया ने घेरा तो नीतीश और तेजस्वी सामाजिक समारोह में आने की बात कहकर कन्नी काट गए लेकिन लालू ने भाजपा पर निशाना साधा। कार्यकर्ताओं में भविष्य में होने वाले चुनाव को लेकर उम्मीदें अपना पंख फैला रही थीं लेकिन नेताओं ने जरा भी हवा नहीं दी। जदयू अध्यक्ष शरद यादव, रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने भी सोशल फंक्शन की बात कहकर चुप्पी साध ली। सभी वर-वधू को आशीर्वाद देकर लौट गए।
रालोद और जदयू मिलकर गठबंधन को देंगे विस्तार
जदयू अध्यक्ष शरद यादव और रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह उपचुनाव में अपनी एकजुटता दिखा चुके हैं। रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान का फैजाबाद के बीकापुर उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन रहा। इससे एक उम्मीद बनी है। सूत्रों का कहना है कि बाकी लोगों से समझौते की गुंजायश न देख रालोद और जदयू अन्य क्षेत्रीय दलों से तालमेल करेंगे। फिलहाल संकेत मिले हैं कि 16 मार्च को दिल्ली में शरद, अजित और झारखंड विकास मोर्चा के बाबूलाल मरांडी चुनाव में साझेदारी का एलान कर सकते हैं।
यादों की बारात निकली आज दिल के द्वारे
जनेश्वर मिश्र पार्क में आदित्य यादव के विवाह पर आयोजित प्रीतिभोज समारोह में पूरा पंडाल फूलों से सजा था। सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बावजूद वर-वधू के लिए बनाये गये स्वागत मंच तक पहुंचने के लिए वीवीआइपी को भी मशक्कत करनी पड़ रही थी। शिवपाल यादव स्वयं अतिथियों के पास पहुंचकर स्वागत कर रहे थे। 'यादों की बारात निकली है आज दिल के द्वारे...', गीत से पूरा माहौल गुलजार था। लालू यादव अपने पुत्र तेजस्वी के साथ वर-वधू को गुलदस्ता देने पहुंचे तो दोनों ने लालू के पैर छू लिए। जदयू अध्यक्ष शरद यादव के पहुंचने पर मुलायम सिंह यादव खुद मंच पर मौजूद थे। उन्होंने शरद यादव का हाथ पकड़कर ऊपर हवा में ऐसे लहराया मानों किसी बड़ी रैली में अभिवादन कर रहे हों। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सभी मेहमानों से घुल-मिल गये थे। समाजवादी नेताओं में फोटो खिंचवाने की होड़ मची थी। ज्यादातर वीआइपी नेताओं के जाने के बावजूद पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा समारोह में जमे थे।