अब सूचना आयुक्त और उनके बेटे से होगी पूछताछ, पीडि़ता का बयान दर्ज Lucknow News
शिक्षिका से दुराचार और वीडियो बनाने का मामला। गौतमपल्ली थाने में दर्ज एफआइआर के आधार पर विवेचना शुरू।
लखनऊ, जेएनएन। नशीला पदार्थ पिलाकर दुराचार करने और फोटो तथा वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने के मामले में पुलिस ने पीडि़त शिक्षिका का बयान दर्ज कर लिया है। शिक्षिका का मेडिकल भी हो गया है। वहीं, पुलिस ने अब पूर्व में गौतमपल्ली थाने में दर्ज मामलों के आधार पर अपनी विवेचना शुरू कर दी है। साथ ही कई साक्ष्य भी जुटाए हैं। इस आधार पर पुलिस सूचना आयुक्त और उनके बेटे से पूछताछ करेगी।
शिक्षिका की एफआइआर पिछले महीने उच्च न्यायालय के आदेश के बाद गौतमपल्ली थाने में दर्ज हुई थी। एक प्रतिष्ठित स्कूल की शिक्षिका की वहां के पूर्व छात्र मिलिंद राज से वर्ष 2016 में एक समारोह के समय मुलाकात हुई थी। शिक्षिका का आरोप है कि 25 मार्च 2016 को मिलिंद ने उसको जन्मदिन की पार्टी के बहाने बुलाया था। वहां उसने शिक्षिका को नशीला पदार्थ पिला दिया। इसके बाद शिक्षिका बेहोश हो गईं। आरोपित ने उनके साथ दुराचार किया और फिर वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ ही फोटो भी बना ली थी। पीडि़त शिक्षिका ने अपने पति को इसकी जानकारी दी तो पति ने मारपीट की। थाना गौतमपल्ली में इसकी एफआइआर दर्ज हुई। इसके बाद पति ने पीडि़ता को तलाक दे दिया।
शिक्षिका ने आरोप लगाया था कि जब उन्होंने कोर्ट में दुराचार के आरोपित के खिलाफ केस करने का निर्णय लिया तो आरोपित मिलिंद राज और उनकी मां राज्य सूचना आयुक्त रचना पाल शादी कराने का झांसा देकर उनको अपने साथ ले गईं। कई दिन बीत जाने के बावजूद मिलिंद राज ने पीडि़ता से विवाह नहीं किया। शादी का दबाव बनाने पर मिलिंद ने फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी दी।
गौतमपल्ली इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह ने बताया कि शिक्षिका और आरोपित के मोबाइल पर वाट्सएप की चैटिंग समेत दोनों पक्षों की ओर से साक्ष्यों को एकत्र किया गया है। उनकी पड़ताल विवेचक कर रहे हैं। इस आधार पर आगे आरोपित से पूछताछ की जाएगी।