ट्रेन में आतंकी की अफवाह पर दौड़ी पुलिस, मनचले पकड़ने में सारा जोर
दिल्ली जा रही कालका ट्रेन में आतंकी होने की अफवाह पर खलबली मची मुजफ्फरनगर स्टेशन छावनी में तब्दील कर दिया गया लेकिन मिला कोई नहीं।
लखनऊ (जेएनएन)। दिल्ली जा रही कालका ट्रेन में आतंकी होने की अफवाह पर पुलिस महकमे में खलबली मच गई। आनन-फानन में ही मुजफ्फरनगर स्टेशन को छावनी में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने ट्रेन के डिब्बों को चेक नहीं किया, केवल प्लेटफार्म पर ही इधर-उधर हाथ-पांव मारती रही। बाद में चुनाव और गणतंत्र दिवस के मद्देनजर चेकिंग बता मामले से पल्ला झाड़ लिया। इससे इतर चेन्नई से लखनऊ आ रही ट्रेन में छेड़खानी करने वाले 41 मनचलों को जरूर पकड़ा है।
स्टेशन की घेराबंदी
आज शाम कालका पैसेंजर (54304) दिल्ली जा रही थी। इस बीच अफवाह तैर गई कि इसमें कोई आतंकी सवार है। यह भी अफवाह फैली की वह लाल मफलर गले में डाले हुए है। उसकी लंबी दाढ़ी है। इससे यात्री भी सहम गए। आनन-फानन में सीओ हरिराम यादव और एसडीएम शीतल प्रसाद गुप्ता पुलिस फोर्स के साथ स्टेशन पर पहुंच गए। ट्रेन भी स्टेशन पर रुकी हुई थी। पुलिस ने स्टेशन की घेराबंदी कर ली लेकिन चेकिंग से पहले ही ट्रेन रवाना हो गई। दूसरी ओर सहायक स्टेशन मास्टर राजेंद्र सिंह ने कहा कि उनके पास इस तरह का कोई इनपुट नहीं है। पुलिस ने सामान्य चेकिंग की होगी।
तत्परता से धरे 41 मनचले
चेन्नई से लखनऊ आ रही ट्रेन (16093) में छात्राओं से छेड़खानी कर रहे 41 मनचलों को पुलिस ने डीजीपी की तत्परता से पकड़ लिया। दरअसल, ट्रेन में उपद्रव कर रहे युवकों की हरकत पर एक व्यक्ति ने ट्वीट कर डीजीपी और रेलमंत्री से शिकायत दर्ज कराई। डीजीपी जावीद अहमद ने सोशल मीडिया सेल को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। डीजीपी के पीआरओ राहुल श्रीवास्तव ने ट्वीट के जरिये शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर प्राप्त किया और बातचीत की। उन्होंने बताया कि ट्रेन में स्कूल का टूर प्रोग्राम जा रहा है और उसमें ज्यादातर छात्राएं हैं। बीना स्टेशन पर ट्रेन में काफी संख्या में लड़के चढ़े और बदतमीजी पर उतारू हो गये।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पीआरओ ने जीआरपी मुख्यालय लखनऊ के कंट्रोल रूम के जरिये दूरभाष से कार्रवाई की हिदायत दी। जीआरपी कंट्रोल रूम ने ललितपुर के थानाध्यक्ष जीआरपी को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। थानाध्यक्ष जीआरपी ने बाद में डीजीपी मुख्यालय को जानकारी दी कि आर्मी की भर्ती रैली मध्यप्रदेश के सागर जिले में थी। ट्वीट पर शिकायत होने पर ट्रेन की चेकिंग किये जाने पर 41 लड़कों को ट्रेन से उतारा गया और ट्वीट करने वाले व्यक्ति से कार्यवाही के लिए अर्जी मांगी गयी। शिकायतकर्ता ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए अर्जी देने से मना कर दिया।