प्रत्यूष हत्याकांड: थाने में ही बनाई थी खुद पर हमले की योजना!
हत्या के बाद इंस्पेक्टर ने वरिष्ठ अधिकारियों को दी जानकारी। जिसे भाजयुमो में शामिल कराया, वही निकला मास्टरमाइंड।
लखनऊ, जेएनएन। भाजपा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी के घर पर हमले के मामले में कैसरबाग पुलिस ने अगर आरोपितों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज दिया होता तो प्रत्यूष की जान बच जाती। घटना के समय कैसरबाग कोतवाली में तैनात रहे एक इंस्पेक्टर ने प्रत्यूष की हत्या के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को अहम जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि हमले के आरोपितों को जेल भेजने के लिए प्रत्यूष ने उनसे मुलाकात की थी, जिसपर इंस्पेक्टर ने कहा कि जानलेवा हमले के मुकदमे में शरीर पर कोई जख्म भी होना चाहिए। जिसपर प्रत्यूष ने थाने में ही अपने साथियों के साथ खुद पर चाकू से हमले की योजना बनाई थी।
इंस्पेक्टर से यह बात सुनकर वरिष्ठ अधिकारियों को पूरा यकीन तब हुआ जब हमले के आरोपितों की लोकेशन घटनास्थल पर नहीं मिली। गहन छानबीन और सीसी कैमरों की पड़ताल में घटनास्थल पर भाजयुमो के प्रत्यूष के साथी नेताओं की लोकेशन मिली। इसके बाद चाकू और ग्लब्स खरीदते हुए भी सीसी फुटेज मिल गई। पुलिस की सही तफ्तीश से असली गुनहगार पकड़े गए और निर्दोष बच गए।
जिसे भाजयुमो में शामिल कराया, वही निकला मास्टरमाइंड
गिरफ्तार भाजयुमो कार्यकर्ता अमित अवस्थी राजा घटना का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। अमित अवस्थी शुक्रवार को प्रत्यूष के घर पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का इंतजार कर रहा था। इस बीच उसने साथी कार्यकर्ताओं से बताया कि भैया प्रत्यूष मणि त्रिपाठी ने ही भाजयुमो में शामिल कराया था। उनके बड़े उपकार थे, लेकिन वह प्रत्यूष पर प्रायोजित हमले की योजना में आसानी से शामिल हो गया। प्रत्यूष के घर पर जब भाजपा नेताओं का आना-जाना था, गली में पुलिसकर्मी लगे थे, उन्हें देखकर राजा प्रत्यूष के घर में ही दुबक गया था लेकिन तब तक किसी को इसका आभास तक नहीं था कि प्रत्यूष को अपना आदर्श बताने वाला राजा ही हमले का मास्टरमाइंड निकलेगा।