हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में 13 आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने दाखिल किया आरोप पत्र
हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। आरोपितों में शामिल अशरफ और मोइनुद्दीन पर हत्या के आरोप लगाए गए हैं।
लखनऊ, जेएनएन। हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष व हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। आरोपितों में शामिल अशरफ और मोइनुद्दीन पर हत्या के आरोप लगाए गए हैं। इन दोनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा चलेगा। अन्य आरोपियों के खिलाफ अन्य धाराओं में मुकदमा चलाया जाएगा। सीजेएम मीरा गोठलवाल ने इसे मंजूर करते हुए मामले की सुनवाई के लिए चार जनवरी, 2020 की तारीख दी है।
Hindu Samaj Party leader Kamlesh Tiwari murder case: Police files chargesheet against 13 accused, of the 13, Ashraf and Moinuddin have been charged with murder
— ANI UP (@ANINewsUP) December 25, 2019
कमलेश तिवारी की हत्या में शामिल आरोपितों के खिलाफ एसआइटी द्वारा दाखिल चार्जशीट में 13 लोगों को आरोपित बनाया गया है। इनमें अशफाक हुसैन, मोइनुद्दीन पठान रशीद, फैजान मेम्बर, मोहसिन सलीम शेख, सैय्यद आसिफ अली, कैफी अली, मोहम्मद नावेद, रईस अहमद, मोहम्मद आसिफ रजा, मोहम्मद कामरान अशरफ, यूसुफ खान और मोहम्मद जाफर को आरोपित बनाया गया है। इनके खिलाफ एसआइटी ने हत्या, आपराधित साजिश रचने, साक्ष्य छिपाने, हत्यारोपितों को संरक्षण देने, जाली दस्तावेज बनाने, धोखाधड़ी, आर्म्स एक्ट और आइटी एक्ट के आरोप तय किये गए हैं।
हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की 18 अक्टूबर, 2019 को लखनऊ स्थित उनके घर में हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड की रिपोर्ट उनकी पत्नी किरण तिवारी ने नाका कोतवाली में दर्ज कराई थी। इस मामले में अशफाक हुसैन, मोइनुद्दीन समेत 12 आरोपित जेल में हैं। आतंकी संगठनों के निशाने पर रहे कमलेश तिवारी की शुक्रवार को लखनऊ में उनके खुर्शेदबाग स्थित आवास में दिनदहाड़े गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। वह अयोध्या मामले को हिंदू महासभा तरफ से देख रहे थे। हत्यारों ने कमलेश तिवारी के बायें जबड़े पर गोली मारने के बाद गला रेत दिया। इसके बाद गला रेत दिया और श्वास नली कटने से मौत हुई। उनके शरीर के ऊपरी हिस्से में 13 घाव चाकू के वार से हैं। इसमें छाती के दाहिनी तरफ दो और बाई तरफ आठ वार थे, जबकि पीठ पर तीन वार थे। हत्यारे वारदात के बाद गणेशगंज की ओर पैदल ही भाग निकले थे।