सिमकार्ड चोरी करके लगाता था अकाउंट में सेंध, अपनाता था यह तरीका lucknow news
फर्जी पहचान पत्र सहित पकड़ा गया जालसाज। ऑनलाइन करता था धोखाधड़ी।
लखनऊ, जेएनएन। पिछले चार साल से एक जालसाज लोगों के मोबाइल फोन में लगे सिमकार्ड चुराकर उसकी मदद से बैंक खातों में सेंध लगाता था। साइबर सेल और क्राइम ब्रांच की मदद से जालसाज को पकड़ा गया। उसके पास समाज कल्याण विभाग में तैनाती का एक नकली पहचान पत्र भी मिला।
फतेहपुर निवासी दिलीप कुमार सिंह वर्ष 2015 से लगातार लोगों को ऑनलाइन चूना लगा रहा था। दिलीप कुमार सिंह ने पूछताछ में बताया कि उसने फर्जी आइडी के आधार पर आइसीआइसीआइ बैंक में अपना खाता खुलवाया था। उसी बैंक खाते की मदद से उसने फर्जी सूचना देकर अपना आधार कार्ड बनवाया। इसी आधार कार्ड से पेटीएम पेमेंट बैंक और फिनो पेमेंट बैंक सहित अन्य कई ऑनलाइन पेमेंट वॉलेट में अपना अकाउंट बनाया।
लोगों से उनके एटीएम की जानकारी लेकर उससे पंजीकृत मोबाइल के सिम कार्ड को चुरा लेता था। जिससे ओटीपी उसे हासिल हो सके। अपने मोबाइल में सिम लगाकर पेटीएम खाते में ऑनलाइन ही खातों से ट्रांजेक्शन कर लेता था। अब तक लाखों रुपये की हेराफेरी कर उसने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर लिया। हुसैनगंज के प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि एटीएम कार्ड बदलकर भी जालसाज लोगों के खातों से रुपये उड़ाता था।
धोखाधड़ी कर जमीन की खरीद फरोख्त करने वाला धरा गया
घर के नौकर को फर्जी तरीके से मालिक बनाकर जमीनों की खरीद फरोख्त में जालसाजी करने वाले जालसाज को चिनहट पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस जालसाज ने 40 लाख रुपये का बैनामा फर्जी तरीके से लिया था। आरोपित श्रीकांत गुप्ता ने घर में काम करने वाले वृद्ध नौकर घनश्याम को फर्जी तरीके से एक जमीन का मालिक बनाया था। चिनहट के पपनामाऊ गांंव में सुनील चौधरी नाम के व्यक्ति की जमीन को फर्जी तरीके से आधार, पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज तैयार करके उसकी रजिस्ट्री कराई थी। इसके एवज में उसने 40 लाख रुपये ले लिया था।