कोरोना रोकने के बेहतर प्रबंधन पर पीएम मोदी ने ठोंकी सीएम योगी की पीठ, बोले- यूपी में हुए अच्छे प्रयास
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और टीकाकरण की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों से किए गए संवाद किया। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश में अब तक किए गए प्रयासों की प्रशंसा की।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए नए साल में टीका आने की पूरी उम्मीद है। पूरे देश में वैक्सीन लगाने के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों से किए गए संवाद किया। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश में अब तक किए गए प्रयासों की प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान लोगों को सुरक्षित घर पहुंचाने, राशन देने और स्वास्थ्य सुरक्षा देने के मामले में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सराहनीय कार्य किया। पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में न सिर्फ अस्पतालों के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाया बल्कि कोविड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम प्रत्येक जिले में स्थापित कर कोरोना रोकने के लिए बेहतर प्रबंधन किया।
बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि कोविड-19 के टीकाकरण के लिए उत्तर प्रदेश में एक सुदृढ़ कोल्ड चेन की व्यवस्था तैयार किए जा रहे हैं। वैक्सीनेशन के लिए पर्याप्त संख्या में वैक्सीनेटर्स की उपलब्धता के व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना व स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली, बंगाल, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई बैठक की। ये वे आठ राज्य हैं जहां कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वैक्सीन आने तक कोरोना के खिलाफ मुस्तैदी से लड़ाई के हर प्रयास पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों से चौतरफा तैयारी की अपील की। इसमें टेस्ट बढ़ाने, संक्रमण का दर पांच फीसद से नीचे रखने, मृत्युदर एक फीसद से कम करने और वैक्सीन को सही तरीके से लोगों तक पहुंचाने की तैयारी शामिल है। वैक्सीन को लेकर रोजाना हो रहे दावों के बीच पीएम ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि अभी निश्चित रूप से यह नहीं कहा जा सकता कि वैक्सीन कब आएगी। वैज्ञानिक उसकी गुणवत्ता, क्षमता और सुरक्षा को परख लेंगे तभी उसे अनुमति दी जाएगी।