लखनऊ : केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में लगाई गई थी आग, अज्ञात पर दर्ज हुई एफआइआर
चौक कोतवाली में चीफ प्रॉक्टर ने दी तहरीर। तहरीर में धूम्रपान के दौरान कबाड़ में आग लगने की बात कही गई ।
लखनऊ, जेएनएन। ट्रॉमा सेंटर के द्वितीय तल पर आग लगाई गई थी। इस संबंध में केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरएएस कुशवाहा ने चौक कोतवाली में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर चौक विश्वजीत सिंह ने ममाले की जांच कर आगे की कार्रवाई की बात कही है। चीफ प्रॉक्टर की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया है कि बुधवार की रात 11 बजे इमरजेंसी कॉम्प्लेक्स के पास लिफ्ट के सामने कबाड़ में अचानक आग लग गई। जो किसी अज्ञात व्यक्ति के धूम्रपान करने से लगी।
घटना की सूचना तत्काल
अधिशाषी अभियंता अखिलेश कुमार समेत अन्य विधुत विभाग के संबंधित अधिकारियों को बताया गया कि लिफ्ट के पास टूटी हुई कुर्सियां, मेज समेत कबाड़ का अन्य सामान रखा था, जिसमें आग लगी। विधुत विभाग के अभियंताओं ने घटनास्थल का निरीक्षण करके बताया कि आग शॉर्ट सर्किट से नहीं लगी। किसी शरारती तत्व ने धूम्रपान करके जानबूझकर ट्रॉमा सेंटर में आग लगाई गई। मौके पर ट्रॉमा सेंटर के फायर इंस्टीग्यूसर और अन्य उपकरणों से वहां के कर्मचारियों ने आग बुझाने का प्रयास किया, मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम भी आ गई, जिससे वक्त रहते आग बुझा ली गई। घटना के समय ट्रॉमा में थे 182 मरीज तहरीर में बताया गया है कि घटना के समय ट्रॉमा में कुल 182 मरीज थे, इसमें द्वितीय तल पर 18 मरीज भर्ती थे, जिन्हें तुरंत शिफ्ट किया गया। जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं होने पाई।
कबाड़ से ही लिफ्ट में लगी आग
कबाड़ के चलते लगी लिफ्ट में भी आग फैल गई। गनीमत रही वक्त रहते दमकलकर्मियों ने आग को काबू कर लिया, नहीं तो बड़े हादसे के साथ मरीजों और तीमारदारों की जान भी संकट में पड़ जाती। अग्निकांड की दमकल विभाग भी जांच कर रहा है, सीएफओ वीके सिंह जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की बात कह रहे हैं। उन्होंने बताया लिफ्ट के पास रखे कबाड़ के चलते आग लगी, वक्त रहते आग को काबू कर लिया गया, जिससे कोई जनहानि नहीं होने पाई। बार.बार द्वितीय तल पर ही आग क्यों लग रही है, इसकी भी जांच की जाएगी। घटना में किसी साजिश की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
धुएं से हुई ज्यादा दिक्कत
ट्रॉमा सेंटर में आग लगने के बाद पूरी बिल्डिंग में जो धुआं फैला उससे ज्यादा समस्या हुई। कुछ मरीजों का धुएं के चलते दम घुटने लगा। जिन्हें तुरंत शिफ्ट किया गया। धुआं निकलने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।