National Safe Motherhood Day: प्रेग्नेंसी से पहले करें प्लानिंग, बनाए गर्भावस्था को सुरक्षित
राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस पर दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर प्रोग्राम में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ नीरा जैन की विशेषज्ञ राय।
लखनऊ, जेएनएन। संतान के इच्छुक दंपती पहले प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) की पूरी प्लानिंग कर लें। खासकर, मां-शिशु का जोखिम कम करने के लिए गर्भावस्था से पूर्व रक्त, थायराइड, शुगर, ब्लड प्रेशर, वायरल मार्कर टेस्ट कराएं। इससे बीमारियों को नियंत्रित कर जोखिम कम किया जा सकेगा। इसके बाद प्रसव पूर्व की सभी जांच समय-समय पर अनिवार्य हैं। ऐसे में जच्चा-बच्चा दोनों का जीवन खुशहाल होगा।
गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस पर दैनिक जागरण के 'हेलो डॉक्टर' कार्यक्रम में महिलाओं को हेल्दी प्रेग्नेंसी के टिप्स दिए गए। इस दौरान डफरिन अस्पताल की प्रमुख अधीक्षका डॉ. नीरा जैन ने पाठकों के विभिन्न सवालों के जवाब दिए।
सवाल : ऑपरेशन से बेटी हुई थी। अब क्या दूसरा बच्चा सामान्य प्रसव से संभव है। (फिरोज, सीतापुर)जवाब : यह प्रेग्नेंसी की कंडीशन पर निर्भर करेगा। यदि नेचुरल दर्द शुरू हो जाता है, तो सामान्य प्रसव की संभावना बढ़ जाती है। पत्नी से कहें कि वह सुबह-शाम कम से कम 15 मिनट टहलें।
सवाल : केसर खिलाने से बच्चे क्या स्वस्थ और खूबसूरत जन्म लेते हैं।(जुबीना, लखीमपुर)
जवाब : गर्भावस्था के दौरान मां को हर पौष्टिक आहार दें। केसर को भी आप दूध के साथ दे सकते हैं। मां स्वस्थ होगी, तभी बच्चा सेहतमंद होगा।
सवाल : गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड किस-किस समय कराना चाहिए। (शिवानी, हरदोई)
जवाब : पहला 6 से 12 सप्ताह पर, दूसरा 18 से 20 सप्ताह पर और तीसरा अल्ट्रासाउंड 34 से 36 सप्ताह पर कराएं।
सवाल: तीन वर्ष की बेटी हो चुकी है। इलाज चल रहा है फिर भी गर्भधारण नहीं हो रहा है। (नेहा, लखनऊ)
जवाब : इलाज क्या चल रहा है। यह देखना होगा। फिलहाल, पहले बच्चे में तीन वर्ष का गैप होना इसका कारण नहीं है।
सवाल : बच्चेदानी में गांठ थी। दवा चल रही है। गर्भधारण नहीं हो रहा है। (समीमा बानो, लखीमपुर)
जवाब : दवा ले रही हैं। इसलिए गर्भ नहीं ठहर रहा है। दवा का कोर्स पूरा कर लें। इसके बाद प्रक्रिया सामान्य हो जाएगी।
सवाल : पांच मई प्रसव का समय है। क्या पहले भी बच्चा हो सकता है। (प्रतिभा, रायबरेली)
जवाब : 37 सप्ताह में बच्चा मेच्योर हो जाता है। आखिरी के दो सप्ताह में उसका ब्रेन विकसित होता है। पूरे समय में हो तो अच्छा है। फिलहाल, सप्ताहभर पहले चिकित्सक से अवश्य मिलें।
सवाल : अभी हाल में पीरियड शुरू हुए, अगले दिन बंद हो गए। क्या कारण हो सकता है। (दीपा, दुबग्गा)
जवाब : एक बार प्रेग्नेंसी टेस्ट करा लें। यदि प्रेग्नेंसी नहीं है, तो यह कमजोरी की वजह से ऐसा हो सकता है।
सवाल : हाईरिस्क प्रेग्नेंसी क्या है। कैसे जानें। (सुमन, लखनऊ)
जवाब : ऐसी गर्भावस्था, जिसमें प्रसव पूर्व व बाद में खतरे हों। आज के दौर में सबसे अधिक एनीमिया व ब्लड प्रेशर की समस्या महिलाओं में हाई प्रेग्नेंसी का कारण है।
सवाल : तय समय के बावजूद प्रसव न हो, तो क्या करें। (शिल्पी, हरदोई)
जवाब : प्रसव का समय 37 सप्ताह का होता है। वहीं, 40 सप्ताह तक न हो, तो तुंरत अस्पताल में भर्ती हो जाएं।
सवाल : गर्भ में बच्चे का पूर्ण विकास कितने दिन में हो जाता है। (माधुरी, सुलतानपुर)
जवाब : 37 सप्ताह के गर्भ में बच्चे का पूर्ण विकास हो जाता है। इसमें उसका शरीर और मानसिक विकास पूरी तरह हो जाता है।
प्रेग्नेंसी से पहले इन बातों का रखें ख्याल
- संतान के जन्म के लिए पति-पत्नी पहले मानसिक रूप से तैयार हों
- बच्चे की जन्म की पूरी प्लानिंग कर लें। कब और कितने अंतर पर बेबी चाहिए
- प्रेग्नेंसी से पहले दोनों को खून की जांच, ब्लड प्रेशर, थायरॉइड, डायबिटीज व वायरल मार्कर टेस्ट कराएं
- यदि दोनों में कोई बीमारी हो तो पहले उसे नियंत्रित करें
प्रेग्नेंसी के बाद रहें सतर्क
- गर्भावस्था का पता चलते ही अस्पताल पहुंचें
- गर्भावस्था कंफर्म कराएं
- पंजीकरण और खून-पेशाब की जांच कराएं
- 6 से 12, 18 से 20, 34 से 36 सप्ताह पर अल्ट्रासाउंड कराएं
- ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, हीमोग्लोबिन की हर माह जांच कराएं।