रिकॉर्ड पौधरोपण के बाद अब पौधे बचाने पर जोर, शनिवार से भौतिक सत्यापन
रिकॉर्ड साढ़े नौ करोड़ से अधिक पौधरोपण के बाद अब सरकार पौधों को बचाने में जुट गई है। अधिक से अधिक पौधे जीवित रहें इसकी योजना तैयार हो गई है।
लखनऊ (जेएनएन)। मानसून सीजन में रिकॉर्ड साढ़े नौ करोड़ से अधिक पौधरोपण के बाद अब सरकार इन पौधों को बचाने में जुट गई है। अधिक से अधिक पौधे जीवित रहें इसकी योजना तैयार हो गई है। इसमें वन विभाग के अधिकारियों के साथ ही समाज का भी सहयोग लिया जाएगा। इससे पहले सरकार 15 सितंबर से 30 सितंबर के बीच प्रत्येक पौधरोपण स्थल का निरीक्षण कर मोबाइल एप के जरिये जियो टैगिंग कर फोटोग्राफ अपलोड कराएगी। वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश के सभी पौधरोपण स्थलों की फोटोग्राफी मंगा ली गई है। अब इनका स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा।
वन मंत्री ने कहा कि पौधरोपण की सफलता पौधों के जीवित रहने से ही होगी। इसलिए पौधों की सुरक्षा व उनकी सिंचाई व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पौधों को बचाने के लिए समाज का भी सहयोग लिया जाएगा। वन एवं पर्यावरण विभाग की प्रमुख सचिव कल्पना अवस्थी ने बताया कि पौधरोपण के बाद ज्यादा से ज्यादा पौधे जीवित रहें इसके लिए हर सप्ताह उच्च स्तरीय समीक्षा हो रही है। 30 सितंबर के बाद जीवित पौधों की संख्या आ जाएगी। उन्होंने बताया कि पौधरोपण स्थलों का निरीक्षण करने एवं जीवित पौधों का पता लगाने के लिए सेक्टर व जोनल अधिकारियों को लगाया गया है। मोबाइल एप के जरिये यह जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस बार का पौधरोपण सबसे सफल रहा है।