बहराइच में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों ने चीफ फार्मासिस्ट और कर्मचारियों को पीटा, कार्य बहिष्कार-गिरफ्तारी की मांग
बहराइच में फार्मासिस्टों का आरोप जूनियर डॉक्टरों को शारीरिक दूरी का सुझाव देने पर नाराज हुए और कर दी पिटाई काम ठप।
बहराइच, जेएनएन। शारीरिक दूरी का सुझाव देने देने पर मंगलवार को मेडिकल कॉलेज के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों ने जिला अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट व कर्मचारियों को जमकर पीटा। पिटाई से नाराज फार्मासिस्ट व कर्मियों ने कामकाज ठप कर दिया और धरने पर बैठ गए। एसपी को तहरीर देकर चिकित्सकों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं।
जिला अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट वीरेंद्र सिंह का आरोप है कि वे सुबह 11 बजे अपने कक्ष में मौजूद थे। इस दौरान रेजिडेंट डॉ.हशमत अली, डॉ.विध्यवासिनी व डॉ.अमित कुमार शुक्ल उनके कक्ष में आकर बैठ गए। इस पर उन्होंने शारीरिक दूरी का ख्याल रखने का सुझाव दिया। इससे नाराज होकर वे लोग कक्ष से बाहर चले गए। कुछ देर बाद वे तीन दर्जन अपने चिकित्सक साथियों के साथ औषधि भंडार में पहुंचे और उन पर हमला बोल दिया। बचाने पहुंचे फार्मासिस्ट दिलीप कुमार, कर्मचारी शकील अहमद व अन्य को जमकर पीटा। चीफ फार्मासिस्ट व कर्मचारियों पर हमले की खबर सुनते ही जिला अस्पताल व मैटरनिटी विंग के फार्मासिस्ट व कर्मचारी सीएमएस कक्ष में पहुंच गए। आरोपित चिकित्सकों पर कार्रवाई की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए। तीन घंटे से कर्मचारी काम ठप कर धरने पर बैठे हुए हैं।
फार्मासिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष शिवसहाय सिंह ने बताया कि आरोपित चिकित्सक पर एनएसए के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी न होने तक फार्मासिस्ट कार्य बहिष्कार करते रहेंगे। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ.एके साहनी ने बताया कि मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है। जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा।