UP Investors Summit : यूपी में तीन हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगी फार्मा कंपनियां
फार्मास्यूटिकल उद्योग देश में वर्ष 2020 तक 50 बिलियन यूएस डॉलर का हो जाएगा। यह दुनिया का छठा सबसे बड़ा फार्मास्यूटिकल बाजार होगा।
लखनऊ (जेएनएन)। हर साल पांच फीसद की रफ्तार से बढ़ रहा फार्मास्यूटिकल उद्योग देश में वर्ष 2020 तक 50 बिलियन यूएस डॉलर का हो जाएगा। यह दुनिया का छठा सबसे बड़ा फार्मास्यूटिकल बाजार होगा। सबसे ज्यादा आबादी होने के नाते उत्तर प्रदेश जहां खुद इस उद्योग का सबसे बड़ा बाजार है, वहीं उद्योग में हिस्सेदारी के लिए भी प्रदेश तत्पर है। इस सेक्टर में निवेश के जरिये प्रदेश में दवा उद्योग के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
प्रदेश में फार्मास्यूटिकल व बायोटेक्नोलॉजी सेक्टर को मजबूती देने के लिए इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन मौजूद केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कई कंपनियों के साथ तीन हजार करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू साइन करके प्रदेश में निवेश का रास्ता साफ किया। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आयोजन के लिए बधाई देने के साथ ही फार्मास्यूटिकल व बायोटेक्नोलाजी के क्षेत्र में चल रही केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। फार्मास्यूटिकल क्षेत्र के लिए उन्होंने जीएसटी को गेमचेंजर करार दिया, जबकि जनऔषधि केंद्र व ड्रग रिसर्च के लिए हो रहे काम भी गिनाये। पटेल ने बताया कि थ्री-पी मॉडल से फार्मा क्षेत्र को बढ़ाने के प्रयास शुरू कर दिए गए है।
स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि 22 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश की फार्मास्यूटिकल बाजार में 28 फीसद की हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र व कर्नाटक के मुकाबले यहां संसाधन बेहतर हैैं। सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महाराष्ट्र के मुकाबले प्रदेश की अर्थव्यवस्था बढ़ाने की चुनौती पर खरे उतरने की भी उम्मीद जताई। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार के प्रति सरकार द्वारा जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाये जाने और इसका संदेश अब दूर तक पहुंचने की बात कही। सत्र में मौजूद नेक्टर लाइफ साइंसेज के सीइओ दिनेश दुआ ने अपने प्रस्तुतिकरण में प्रदेश को फार्मा क्षेत्र में सबसे उभरता हुआ बाजार बताया।
विज्ञान तकनीक विभाग के प्रमुख सचिव हेमंत राव ने प्रदेश में बढ़ रहे इस क्षेत्र के बारे में बताया। इंडिया मेडट्रॉनिक के प्रबंध निदेशक मदन कृष्ण ने पेसमेकर से लेकर हियरिंग एड तक के जरिये तकनीकी प्रगति का प्रस्तुतीकरण किया। जेनोवा बायो फार्मास्यूटिकल के सीइओ डॉ.संजय सिंह, डेलक्योर लाइफ साइंसेज के सीइओ प्रशांत कुमार पाठक व टाकेडा फार्मास्यूटिकल के अधिशासी निदेशक अशोक भट्टïचार्य ने भी फार्मा उद्योग व गुणवत्ता प्रबंधन की बारीकियां साझा कीं।