रेजीडेंट डॉक्टर मांगों पर अड़े डॉक्टर, PGI में हड़ताल कल से
सात फरवरी से संस्थान में हड़ताल करने का एलान। एम्स के समान वेतन और भत्ते देने की मांग।
लखनऊ, जेएनएन। एम्स के समान वेतन और भत्ते देने के मुद्दे पर शासन के ढुलमुल रवैये से खफा पीजीआइ के रेजीडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल का मूड बना लिया है। रेजीडेंट एसोसिएशन ने पीजीआइ प्रशासन को पत्र भेजकर सात फरवरी से संस्थान में हड़ताल करने का एलान कर दिया है। हालांकि पीजीआइ निदेशक समेत अन्य अधिकारी लगातार रेजीडेंट को मनाने में लगे हुए हैं।
पीजीआइ रेजीडेंट एसो. के अध्यक्ष डॉ. आशुतोष पराशर व सचिव डॉ. अक्षय का कहना है कि 29 जनवरी को प्रयागराज में हुई कैबिनेट ने पीजीआइ के संकाय सदस्यों और समस्त कर्मचारियों को एम्स के समान वेतन और भत्ते देने की मंजूरी दी। जबकि संस्थान के करीब 400 रेजीडेंट डॉक्टरों के साथ भेदभाव किया गया। इससे रेजीडेंट डॉक्टरों में खासी नाराजगी है।
बीते कई दिन से रेजीडेंट ने अपनी मांगों के लिए कैंडल मार्च से लेकर उच्च अधिकारियों से कई बार वार्ता कर चुके हैं। कोर कमेटी के पदाधिकारियों ने लगातार दूसरे दिन भी उपवास कर काम किया। मंगलवार को रेजीडेंट ने आम सभा में एलान किया है कि अब हड़ताल करने पर ही सरकार उनके मुद्दों का संज्ञान लेगी।
हालांकि हड़ताल की जानकारी मिलते ही पीजीआइ निदेशक डॉ. राकेश कपूर ने रेजीडेंट डॉक्टरों से मरीजों के हित में हड़ताल न करने की अपील की है। उनका कहना है कि सरकार रेजीडेंट के मामले को लेकर फिक्रमंद है। थोड़ा वक्त लग रहा है। तब तक रेजीडेंट डॉक्टर संस्थान में हड़ताल या अन्य ऐसी कोई गतिविधि न करें। जिससे मरीजों को कोई दिक्कत न हो।