Coronavirus Protection : संक्रमण से लड़ेगा कानपुर का देसी मास्क, बहुत कम होगी कीमत
कानपुर की एक कंपनी को पीजीआइ ने दिया है जिम्मा। 27 रुपये में मिलेगा एन-95 जैसी गुणवत्ता वाला देसी मास्क ।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस से लड़ रहे डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को संक्रमण से बचाने लिए जल्द ही एन-95 जैसी गुणवत्ता वाला देसी मास्क उपलब्ध होगा। संजय गांधी पीजीआइ ने देसी मास्क बनाने का जिम्मा कानपुर की एक कंपनी को दिया है। पहले चरण में एक हजार मास्क तैयार कराए जा रहे हैैं।
पीजीआइ अधिकारियों के मुताबिक कानपुर की यह कंपनी 20 साल से डिस्पोजेबल मास्क, शू कवर व एप्रन सहित अन्य मेडिकल उपकरण बना रही है। कंपनी पीजीआइ को 27 रुपये में मास्क देगी, जिसके लिए पीजीआइ कंपनी को फिल्टर उपलब्ध कराएगा। मास्क बनाने में इस्तेमाल होने वाला पॉली पॉपलीन कंपनी अपने पास से लगाएगी। संस्थान प्रशासन का दावा है कि 10 दिन के अंदर उनके पास एन-95 की टक्कर का मास्क उपलब्ध होगा। कंपनी के प्रतिनिधि का कहना है कि देश में इस समय संकट है, इसलिए कम कीमत पर मास्क तैयार करके सरकार का सहयोग किया जाएगा। अभी बाजार में एन-95 मास्क की कीमत 100 से 150 रुपये तक है। अस्पतालों में आपूर्ति के बाद कम कीमत के देसी मास्क अन्य लोगों को भी मुहैया कराए जाएंगे।
संजय गांधी पीजीआइ की लॉजिस्टिक समिति के लोगों का कहना है कि यह मास्क एन-95 के मुकाबले का ही होगा। -- एन-95 मास्क की बिक्री बंद करने की मांग पीजीआइ की रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से निजी क्षेत्र में एन-95 मास्क की बिक्री बंद कराने की मांग की है। डॉ.ए.गंगवार का कहना है कि अगले तीन सप्ताह कोरोना के लिए बहुत जटिल हैं। निजी और सरकारी अस्पतालों में मास्क की कमी हो गई है और भविष्य में यह कमी बढऩे की आशंका है। इसलिए यह मास्क अस्पताल में सीधे संपर्क में रहने वाले स्टाफ और डाक्टरों को ही उपलब्ध कराए जाएं। वैसे भी आम लोगों को मास्क लगाने की जरूरत नहीं है।