Lucknow: इस्लामिक राष्ट्र बनाने की रच रहे थे साजिश, एसटीएफ ने पीएफआइ के तीन सदस्यों को दबोचा
देश की एकता खंडित करने की साजिश रचने वाले पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के तीन और सदस्यों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। इनमें गुडंबा के पलका निवासी मो. आबिद हमीरपुर के फरसोलियाना राठ के मोइद हासमी और आलमबाग निवासी दिलशाद शामिल हैं।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। देश की एकता खंडित करने की साजिश रचने वाले पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के तीन और सदस्यों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। इनमें गुडंबा के पलका निवासी मो. आबिद, हमीरपुर के फरसोलियाना राठ के मोइद हासमी और आलमबाग निवासी दिलशाद शामिल हैं। दिलशाद पीएफआइ के सहयोगी संगठन एसडीपीआइ का प्रदेश सचिव भी है। आरोपित वर्ष 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने का साजिश रच रहे थे। आरोपितों के पास से आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। लखनऊ से अब तक कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बुधवार को भी एसटीएफ की छापेमारी जारी रही।
वहीं एसटीएफ ने बहराइच में जरवल कस्बा निवासी पीएफआई से जुड़े एक युवक को हिरासत में लिया है। पकड़ा गया युवक पीएफआई का सक्रिय सदस्य बताया जा रहा है। तीन लोग घर से फरार है। कुछ दिन पूर्व भी एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम गोपनीय तरीके से पीएफआई के जिलाध्यक्ष को उठा ले गई थी।
हिंदुओं की हत्या और हिंसा फैलाने की साजिश
एसटीएफ की ओर से तीनों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है। एसटीएफ के मुताबिक आरोपित अलग-अलग राज्यों में अपने सदस्य बना रहे थे। पीएफआइ की आड़ में मुसलमानों को भड़का कर हिंदुओं की हत्या तथा हिंसा फैलाने की फिराक में थे। आरोपित आपत्तिजनक साहित्य मुस्लिमों में बांट रहे थे। तीनों संगठन को मजबूत बनाकर भारत को गजवा-ए-हिंद बनाने की दिशा में अग्रसर थे। इसके लिए मुसलमानों को जनसंख्या बढ़ाने के लिए भी उकसाया जा रहा था।
किताब से सीख रहे थे विस्फोटक बनाने का तरीका
यही नहीं, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बीच घुसपैठ कर संवेदनशील सूचनाएं पाने की भी साजिश थी। आरोपितों के पास से मोबाइल फोन और लैपटाप आदि मिले हैं। एसटीएफ ने सबसे पहले गुडंबा में दबिश दी, जहां आबिद रिश्तेदार के घर में छिपा मिला। आरोपित के पास से विस्फोटक बनाने के तरीके बताने वाली किताब भी बरामद हुई है। वहीं, हाशमी ने पूछताछ में बताया कि वह कई जिलों में तकरीरें करने जाता था और लोगों को अपने साथ जोड़ता था। आरोपित को पीएफआइ फंड देती थी।
युवाओं का भड़काने की साजिश
उधर, एसडीपीआइ का प्रदेश सचिव दिलशाद युवाओं का भड़काने और देश को नफरत की आग में झोंकने की साजिश रच रहा था। एसटीएफ को पूछताछ में आरोपितों के कई साथियों के बारे में भी जानकारी मिली है। एनआइए की टीम भी लगातार दबिश दे रही है। कुछ अन्य संदिग्धों को भी जल्द ही पुलिस टीम गिरफ्तार करेगी।
बहराइच से पीएफआइ से जुड़े युवक को उठा ले गई एसटीएफ
बहराइच : केंद्र सरकार ने पीएफआई संगठन पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगाया है। ऐसे में अब पीएफआई से जुड़कर देश की अखंडता को भंग करने की साजिश रचने वालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बुधवार को लखनऊ एसटीएफ की टीम जरवल रोड इलाके के जरवल कस्बा के मुहल्ला तकिया पहुंची। मुहल्ला में रहने वाले एक युवक को साथ लेकर चली गई। कस्बा निवासी तीन अन्य युवकों की तलाश की जा रही थी,लेकिन वे फरार हो गए। इससे पहले भी पीएफआई के जिलाध्यक्ष बताए जा रहे युवक एनआईए की टीम जरवल कस्बा से गिरफ्तार कर दिल्ली ले जा चुकी है। मामले में थानाध्यक्ष राजेश सिंह से लेकर पुलिस अधिकारी ने अनभिज्ञता जताई है।