दो कौड़ी का निकला सवा करोड़ का पंप, पुराने इलाके में गहराया जल संकट- सामने आई ये खामिया
गोमती से कच्चा पानी लेने में आया संकट, जलनिगम का खेल, प्रभावित हो सकती है जलापूर्ति।
लखनऊ[अजय श्रीवास्तव]। शहरवासियों के लिए पानी का इंतजाम करने में भी खेल हो गया। गोमती नदी से कच्चा पानी लेने के लिए लगाया गया सवा करोड़ का मोटर पंप दो कौड़ी का साबित हो गया। गऊघाट पंपिंग स्टेशन पर इस पंप को लगाया गया था, जिससे गोमती नदी का कच्चा पानी ऐशबाग जलकल को शोधन के लिए भेजा जा सके। मोटर पंप जलनिगम की नलकूप विंग ने ठेकेदार फर्म से लगाया था, लेकिन घटिया कार्य से अब शहर की जलापूर्ति पर उसका असर पड़ रहा है। जलकल महकमे ने भी यह चेतावनी दी है कि पंप ठीक नहीं किया गया तो पुराने इलाके में संकट गहरा सकता है। गोमती नदी के पानी को साफ करके शहर के कई इलाकों में जलापूर्ति की जाती है। जलापूर्ति के लिए दो सौ मिलियन लीटर डेली कच्चा पानी लिया जाता है और सात में से दो पंप खराब होने से गोमती का पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। गऊघाट पंपिंग स्टेशन पर पंप नंबर तीन तो खराब चल रहा था कि पंप नंबर सात भी खराब हो गया। सवा करोड़ का तीन नंबर पंप तो लगने के साथ पंद्रह दिन बाद ही खराब हो गया था। लंबी लिखापढ़ी के बाद उसे ठीक कराया गया था, लेकिन वह फिर जवाब दे गया और उसमें गोमती का पानी खींचने की क्षमता नहीं दिखी।
मनोज होंगे सतर्कता अधिकारी
नगर निगम में काम का दाम नहीं चल सकेगा। शासन के निर्देश पर नगर निगम में सतर्कता अधिकारी नियुक्त किया गया है। अपर नगर आयुक्त मनोज कुमार अब सतर्कता अधिकारी का भी काम देखेंगे, जो भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के रूप में काम करेगी। भ्रष्टाचार रोकने के साथ ही सतर्कता अधिकारी का यह भी कार्य होगा कि वह जनता के उत्पीड़न को रोके और विभाग में पारदर्शिता लाए।
पंपसेट में यह खामिया रहीं
- पंप के सेक्शन का अलाइनमेंट ठीक से नहीं किया गया था, जिससे कैविटी के कारण पंप की क्त्रेसिंग खराब हो रही है।
- पंप सेट में बेयरिंग नहीं लगाई गई थी, जबकि पुराने पंप में लगी थी। इस कारण कपलिंग पिन बुश और लाइन शॉफ्ट बेयरिंग जल्द ही खराब हो जाती हैं।
- लाइन शाफ्ट कपलिंग भी ठीक नहीं है, जिसके कारण वाइब्रेशन अधिक बढ़ जाता है।
- मोटर के बेयरिंग टेम्परेचर की जाच में दो पंप खराब पाए। क्या कहते हैं अफसर?
जलकल महाप्रबंधक एसके वर्मा ने बताया कि पंप नंबर तीन को जल्द ही ठीक कराया जाएगा। पंप के बारबार खराब होने के लिए जलनिगम की नलकूप विंग को पत्र भेजा गया है। गर्मी को देखते हुए पंप नंबर सात ठीक कराया जा रहा है। गोमती नदी से पर्याप्त कच्चा पानी न मिलने जलापूर्ति पर उसका प्रभाव पड़ सकता है।