जब एलडीए की जनता अदालत में पहुंची महिला, बोली- 32 साल से संघर्ष कर रही हूं..आखिर कब मिलेगा न्याय
32 साल से कब्जा हटाने को संघर्ष कर रही महिला। जनता अदालत में आए 51 प्रकरण, चार का हुआ निस्तारण।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। वीसी साहब आपके एलडीए ने ही उनको भूमाफिया घोषित किया था। मेरी और सरकारी दोनों जमीन पर कब्जा कर के बड़े अवैध निर्माण किये गये हैं, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। मैं सारी जगहों से जीत कर यहां आई हूं, आखिर कब न्याय मिलेगा। एलडीए उपाध्यक्ष के सामने ये व्यथा ऐशबाग से आई गायत्री गुप्ता की थीं। गायत्री का आरोप है कि उनकी 80 वर्षीय मां के नाम दर्ज भूमि के कुछ भाग पर अवैध कब्जे को एलडीए नहीं हटा रहा है। प्राधिकरण दिवस में कुल 51 लोगों ने उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह के सामने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। जिसमें से विचार-विमर्श के बाद चार आवेदन पत्रों का निस्तारण कर दिया गया। बचे हुए प्रकरणों पर वीसी ने 15 दिन के अंदर निस्तारित किए जाने के निर्देश दिए। जनता अदालत में सचिव एमपी सिंह के अलावा प्राधिकरण के स ाी प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे। गायत्री ने बताया कि वे अपनी मां की इस भूमि के लिए पिछले 32 साल से संघर्ष कर रही हैं। मगर अवैध निर्माण करने वाले भूमाफिया पर कोई भी कार्रवाई प्राधिकरण नहीं कर रहा है। जबकि एलडीए खुद ही उसके निर्माणों को लेकर ध्वस्तीकरण तक आदेश दे चुका है मगर एक्शन लेने में गुरेज है। बसंतकुंज आश्रयहीन पर दोबारा हो रहे कब्जे:
हाल ही में एलडीए ने बसंतकुंज में आश्रयहीन भवनों के अवैध कब्जे हाईकोर्ट के आदेश पर हटाए थे। मगर कब्जे हटने के बाद दबंगों ने एक बार फिर से कब्जे करने शुरू कर दिये हैं। प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने इस प्रकरण को दोबारा देखने के निर्देश दिये और अवैध कब्जे हटाने को कहा। विस्तार, कानपुर रोड और जानकीपुरम के भी पीड़ित पहुंचे :
गोमती नगर विस्तार, कानपुर रोड, जानकीपुरम और बसंतकुंज योजना के पीड़ित आवंटित भी जनता अदालत में पहुंचे और उन्होंने अपनी फरियाद की। सभी को जल्द प्रकरण निस्तारित किये जाने का आश्वासन दिया गया।