Road Safety Week: जागरूक करते रहे जिम्मेदार, लोग नहीं सुधरने को तैयार
Road Safety Week रस्म अदायगी के साथ खत्म हुआ सड़क सुरक्षा सप्ताह। हादसे कम करने के लिए कानून की सख्ती पर अमल जरूरी।
लखनऊ, जेएनएन। Road Safety Week: ओवरलोडिंग पर जुर्माना राशि बढ़कर पांच हजार से बीस हजार रुपये हो गई लेकिन फर्क नहीं पड़ा। सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतिम दिन जब प्रवर्तन दस्तों ने कार्रवाई शुरू की तो आठ ओवरलोड ट्रक धड़धडाते हुए सुलतानपुर, रायबरेली और हरदोई रोड पर दौड़ते मिले। हाल यह था कि इन ट्रकों के नंबर तक स्पष्ट नहीं थे। ट्रकों, ट्रालियों और कमर्शियल वाहनों में रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप न होना भी खतरा बन रहे। कहने को नए एक्ट में इसकी जुर्माना राशि सौ रुपये से बढ़कर ढाई हजार हो गई लेकिन, अमल में लापरवाही कदम-कदम पर है।
पंफलेट से लोगों को जागरूक करना, गांधीगिरी कर लोगों को उनके दायित्वों का बोध कराना, स्कूली बच्चों को ऑनलाइन टास्क दिया जाना, चालकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण समेत कई जागरूकता कार्यक्रमों के साथ इस बार भी प्रयास हुए मगर फलीभूत नहीं दिख पाए। लिहाजा, रविवार को सड़क सुरक्षा सप्ताह रस्मअदायगी के साथ समाप्त हो गया। अंतिम दिन ओवरलोडिंग, अवैध पार्किंग और रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप न लगे होने पर 37 वाहनों का चालान किया गया।
चालान के आंकड़े
नियम : एक अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक बीते वर्ष : गत वर्ष इसी अवधि में
हेलमेट एवं सीट बेल्ट न लगाने पर चालान- 28,078 -9974
रेट्रो रिफ्लेक्टर टेप-3268 -3371
प्रदूषण सर्टिफिकेट न होने पर-6720 -1744
माल वाहनों में ओवरलोडिंग - 839 -4920
यात्री वाहनों में ओवरलोडिंग -202 -1395
वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग-898 -196
डग्गामार बस-1686 -95
ट्रैक्टर-ट्राली-108 -548
ड्रंकन ड्राइविंग-04 -68
ओवरस्पीडिंग-2897 -548
क्या कहते हैं आरटीओ प्रवर्तन?
आरटीओ प्रवर्तन विदिशा सिंह के मुताबिक, लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। अब प्रवर्तन अभियान चलाया जाएगा। डग्गामारी, ओवरलोडिंग समेत सभी नियमों के उल्लंघन में बढ़ी जुर्माना राशि वसूली जाएगी।