आसान नहीं है ट्रेन से दिल्ली का सफर, तय समय से 5 घंटे लेट तो लंबी वेटिंग ने छुड़ाए पसीने
मुरादाबाद में फंसी आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें। सोमवार को भी लंबी वेटिंग ने छुड़ाया यात्रियों का पसीना।
लखनऊ(जेएनएन)। दीपावली के बाद दिल्ली की वापसी सैकड़ों यात्रियों पर भारी पड़ी। रेलवे की लापरवाही के कारण सैकड़ों यात्री सोमवार को दिल्ली पहुंचने केबावजूद अपने कार्यालय नहीं पहुंच सके। जिन ट्रेनों को 10 घंटे में दिल्ली पहुंचना था, वह 15 घंटे में वहां पहुंची। करीब आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें मुरादाबाद मंडल में फंसी रहीं।
ट्रेन 04201 लखनऊ दिल्ली स्पेशल रविवार को चारबाग स्टेशन से अपने सही समय शाम 7:30 बजे रवाना हुई। ट्रेन बरेली और मुरादाबाद पहुंचने तक एक घंटा लेट हो गई। जबकि मुरादाबाद से गाजियाबाद पहुंचने तक ट्रेन 3:30 घंटे और लेट हुई। ट्रेन सुबह पांच बजे की जगह 10 बजे दिल्ली पहुंच सकी। इस ट्रेन से रवाना हुए सैकड़ों यात्रियों को सुबह अपने कार्यालय जाना था। लेकिन ट्रेन की लेट लतीफी के कारण वह मायूस हो गए। इसी तरह ट्रेन 14257 काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस रविवार रात 8:28 की जगह 11 बजे नई दिल्ली के लिए रवाना हुई। यह ट्रेन सोमवार को सुबह 5:40 बजे की जगह 10:37 बजे नई दिल्ली पहुंच सकी।
ट्रेन 14207 पद्मावत एक्सप्रेस लखनऊ आकर सही समय पर रात 9:55 बजे दिल्ली को रवाना हुई। यह ट्रेन जब सोमवार को दिल्ली पहुंची तो सुबह 10:25 बज गए थे। ट्रेन 3:55 घंटा लेट हो गई। ट्रेन 14205 फैजाबाद दिल्ली एक्सप्रेस भी रविवार रात 45 मिनट की देरी से रवाना हुई लेकिन वह दिल्ली सुबह 6:42 बजे 2:12 घंटे लेट पहुंची। ट्रेन 12225 कैफियात एक्सप्रेस भी रविवार रात 11:40 बजे रवाना हुई और सोमवार सुबह 7:10 बजे के स्थान पर 10:15 बजे दिल्ली पहुंची। वहीं लेटलतीफी के लिए विख्यात ट्रेन 13413 फरक्का एक्सप्रेस अपने सही समय पर सोमवार सुबह 4:50 बजे दिल्ली पहुंच गई।
अभी है और ट्रेनों की दरकार
दीपावली बाद वापसी के लिए अभी भीड़ कम नहीं हुई है। सोमवार को भी दिल्ली जाने वाली एसी एक्सप्रेस की एसी थर्ड क्लास में वेटिंग 150 से अधिक रही। जबकि लखनऊ मेल सहित सभी नियमित ट्रेनों में भी लंबी वेटिंग होने से यात्री परेशान रहे। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक रेलवे से पांच स्पेशल ट्रेनों की डिमांड की गई थी। इसमें केवल दो ही ट्रेनें लखनऊ को मिलीं।
क्या कहते हैं अफसर?
लखनऊ सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ल का कहना है कि अगले दो दिनों तक और ट्रेनों में लंबी वेटिंग है। इसे देखते हुए वैकल्पिक इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे यात्रियों को बेहतर विकल्प मिल सके।