डायबिटीज के मरीजों में पैंक्रियाज और किडनी ट्रांसप्लांट एक साथ
पैंक्रियाज ट्रांसप्लांट से हमेशा के लिए दूर हो सकती है डायबिटीज। केजीएमयू के सर्जरी विभाग का 107वां स्थापना दिवस।
लखनऊ, जेएनएन। डायबिटीज के मरीजों के लिए खुशखबरी है। इन मरीजों में किडनी ट्रांसप्लांट के साथ अब पैंक्रियाज ट्रांसप्लांट एक साथ किया जा सकता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों की बीमारी भी हमेशा के लिए खत्म हो जाती है। पैंक्रियाज कैडेवर से ली जाती है। टाइप वन डायबिटीज में यह ट्रांसप्लांट ज्यादा कारगर है। यह जानकारी एम्स नई दिल्ली से आए सर्जन डॉ.वीके बंसल ने दी। वे केजीएमयू के सर्जरी विभाग के 107वें स्थापना दिवस में बोल रहे थे।
एम्स दिल्ली के सर्जन डॉ.ए कृष्णा ने बताया कि डायबिटीज के मरीजों में किडनी डैमेज होने पर ट्रांसप्लांट किया जाता है। ऐसे में कैडेवर से पैंक्रियाज मिलने पर इन मरीजों की किडनी और पैंक्रियाज एक साथ ट्रांसप्लांट की जा सकती है। इसके अलावा क्रॉस डोनेशन और एबीओ इनकम्पेटिब्लिटी से डोनर का पूल भी काफी बढ़ा है।
पेनिस कैंसर में कारगर है प्रीजर्वेटिव सर्जरी
केजीएमयू के सर्जरी विभाग के डॉ.एचएस पाहवा ने बताया कि हमारे यहां पुरुषों में पेनिस कैंसर का सबसे ज्यादा खतरा होता है। लगभग 20 प्रतिशत कैंसर के मामलों में पेनिस कैंसर होता है। इसमें आजकल प्रीजर्वेटिव सर्जरी की जाती है। इसमें पूरा पेनिस निकालने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसके अलावा गिल्टियां होने पर वील (विडियो इंडोस्कोपिक इंविनल लिम्फ नोड डिसेक्शन) किया जाता है। जिसमें केवल गिल्टी निकाली जाती है। कम साफ-सफाई रखने और एक से अधिक यौन संबंध रखने पर और किसी तरह के पुराने घाव के न भरने पर पेनिस कैंसर होता है।
इंडोस्कोपी से शुरू हुआ फटी हुई आंतों की सर्जरी
केजीएमयू के सर्जन डॉ.संजीव कुमार ने बताया कि विभाग में अब तक फटी हुई आंतों के मामले में ओपेन सर्जरी होती थी। वहीं अब इंडोस्कोपिक सर्जरी होती है। इसमें साढ़े तीन घंटे लगते हैं। आंते फटने का प्रमुख कारण आंतों की टीबी और टायफाइड है। दूषित भोजन और पानी से टायफाइड होता है। पेट में दर्द होता है, भूख नहीं लगती है। दर्द पूरे पेट में हो जाता है। आंतें फटने पर सबसे ज्यादा कंटेमिनेशन होता है। इसलिए जल्द से जल्द सर्जरी जरूरी होती है।
जबड़े के कैंसर में अर्ली डायग्नोसिस जरूरी
सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ.एए सोनकर ने बताया कि ओरल कैंसर में लगभग 15 प्रतिशत लोगों को जबड़े का कैंसर होता है। यह धूम्रपान, तंबाकू सेवन से होता है। मुंह के अंदर किसी भी तरह का घाव हो जो ठीक न हो रहा हो या चेहरे पर सूजन हो जिसमें कोई घाव न दिखे तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
आहारनाल की जलन को न लें हल्के में
सर्जरी विभाग के डॉ.पंकज कुमार ने बताया कि कई लोगों में आहारनाल में जलन होती है और बदहजमी रहती है। इसे हल्के में नहीं रहना चाहिए यह हाइटस हार्निया हो सकता है। 50 से अधिक आयु वर्ग में यह बीमारी पाई जाती है। इसमें ओपेन और इंडोस्कोपिक दोनों तरह की सर्जरी होती है।
किडनी स्टोन की तरह होता है गाल ब्लैडर कैंसर का लक्षण
डॉ.संदीप कुमार ने बताया कि पित्त की थैली के कैंसर के लक्षण पथरी की तरह ही होते हैं। इसमें किडनी की पथरी की तरह पेट में बाई तरफ तेज दर्द उठता है, उल्टी लगती है, भूख कम हो जाती है। साथ में पीलिया के लक्षण भी आने लगते हैं। ऐसा होने पर तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। कुल कैंसर के मामलों में पित्त की थैली का कैंसर 10 प्रतिशत है।
कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रो.एमएलबी भट्ट और विभागाध्यक्ष डा.एए सोनकर ने किया। डॉ. साकेत कुमार ने दूरबीन विधि से गुदा अंश एवं दायीं बड़ी आंत के कैंसर के ऑपरेशन के वीडियो दिखाए। इसके अलावा झांसी मेडिकल कॉलेज के प्रो. राजीव सिंहा ने छात्रों को इन्गवाइनल हार्निया की दूरबीन विधि से ऑपरेशन के गुर सिखाए।