शादी-बरात में बिजली चोरी की तो अब खैर नहीं, झेलनी पड़ सकती है ये परेशानी
बिजली चोरी करने पर मैरिज लॉन सामुदायिक केंद्र व्यवस्थापकों और लॉन मालिकों के खिलाफ होगा मुकदमा
लखनऊ, जेएनएन। शादी, बरात व अन्य आयोजनों में अगर बिजली चोरी करते हुए पकड़े गए तो बख्शा नहीं जाएगा। बिजली विभाग स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी नहीं सुनेगा। विभागीय अभियंताओं ने भी अगर दिमाग लगाया और वरिष्ठों को पता चला तो उनसे जुर्माने की राशि ली जाएगी। इसके लिए मध्यांचल एमडी ने पूरे सहालग में नियमित अभियान के निर्देश दिए हैं।
17 जनवरी से अलग-अलग तिथियों में सहालग चल रही है। जांच में सामने आया है कि शहर में जितनी शादियां व अन्य आयोजन होते हैं, उनके मुकाबले बहुत कम लोग बिजली विभाग से रसीद कटवाते हैं। इससे विभाग को राजस्व की हानि हो रही है। इसी क्रम में शनिवार शाम अधीक्षण अभियंता डीके त्रिपाठी के नेतृत्व में केशव नगर स्थित प्रियदर्शिनी नगर कॉलोनी में छापा मारा गया। छापे में पाया गया कि सामुदायिक केंद्र के व्यवस्थापक द्वारा बिजली चोरी कराई जा रही थी। उपखंड अधिकारी ने स्थानीय थाने में बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज कराया है।
कुछ इस तरह है कनेक्शन का लोड
किलोवॉट रसीद चालान
20 6,382 1,150
30 8525 1,650
40 9768 2150
50 11,010 2,650
नोट : चालान की राशि एसबीआई में जमा करनी होगी। इसके अलावा री कनेक्शन और डिस्कनेक्शन की राशि एक हजार रुपये उक्त राशि में जुड़ी हुई है। बिजली विभाग से रसीद कटवानी पड़ेगी।
रात में नहीं घूमती विजिलेंस
बिजली विभाग में विजिलेंस टीम है जरूर लेकिन वह दिन में ही घूमती है। जबकि, 17 जनवरी से राजधानी में सहालग शुरू हो गई है। अगर टीम रात में सात बजे से रात दस बजे तक भी सामुदायिक केंद्रों व बरात घरों के चक्कर लगा ले तो बड़े चोरी के मामले पकड़े जा सकते हैं।