बैंक खातों से खुलेंगी पाकिस्तानी एजेंटों की कड़ियां, एटीएस कर रही लॉटरी फ्राड संदिग्धों को रिमांड पर लेने की तैयारी
पाकिस्तानी हैंडलरों के इशारे पर लॉटरी फ्राड की रकम विभिन्न खातों में पहुंचाए जाने के मामले में एटीएस के निशाने पर कुछ अन्य संदिग्ध भी हैं।
लखनऊ, जेएनएन। पाकिस्तानी हैंडलरों के इशारे पर लॉटरी फ्राड की रकम विभिन्न खातों में पहुंचाए जाने के मामले में आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के निशाने पर कुछ अन्य संदिग्ध भी हैं। एटीएस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार आरोपित शामली के निवासी प्रकाश उर्फ जयप्रकाश रूहेला और मुजफ्फरनगर निवासी धीरुद्दीन चौधरी को मंगलवार को लखनऊ कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।
एटीएस दोनों आरोपितों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। बताया गया कि एटीएस ने इसे लेकर कोर्ट में अर्जी दाखिल की है, जिस पर बुधवार को सुनवाई होगी। एडीजी एटीएस डीके ठाकुर का कहना है कि आरोपितों से जिन बैंक खातों की जानकारी मिली है, उनका ब्योरा जुटाया जा रहा है। विभिन्न बैंकों से संपर्क कर खाता धारकों व उन खातों में किये गये ट्रांजेक्शन का पूरा ब्योरा खंगाला जायेगा। आरोपितों के कुछ साथियों के बारे में भी अहम जानकारियां लगी हैं। आरोपितों से अगली कड़ी की पूछताछ में कई अन्य तथ्य भी सामने आयेंगे। एटीएस पूरे नेटवर्क के पीछे टेरर फंडिंग की कडिय़ां भी तलाश रही है।
एटीएस ने गाजियाबाद से किया है गिरफ्तार
पाकिस्तानी हैंडलरों के इशारे पर लाटरी फ्राड की रकम विभिन्न खातों में पहुंचा रहे दो युवकों को एटीएस ने सोमवार को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित पाकिस्तान में बैठे 10 हैंडलरों के सीधे संपर्क में थे। आशंका है कि लॉटरी फ्राड की रकम सीधे पाकिस्तान के भी कई खातों में भेजी जा रही थी, जिसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के संचालन में हो रहा था। आतंकी संगठन इस रकम के जरिये यूपी व अन्य राज्यों में टेरर फंडिंग भी कर रहे थे। आइजी एटीएस डीके ठाकुर का कहना है कि इन सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच की जा रही है। शुरुआती पूछताछ में 12 बैंक खातों की जानकारी सामने आई है। पाकिस्तानी हैंडलरों का यह नेटवर्क बिहार, छत्तीसगढ़ व कोलकाता तक फैला था। एटीएस ने गाजियाबाद के मोहननगर से शामली के निवासी प्रकाश उर्फ जयप्रकाश रूहेला व मुजफ्फरनगर निवासी धीरुद्दीन चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों के खिलाफ लखनऊ स्थित एटीएस थाने में धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई है। दोनों आरोपित गाजियाबाद में रह रहे थे।
मोबाइल से मिला 20 लाख ट्रांजेक्शन का साक्ष्य
मोबाइल फोन के जरिये अब तक करीब 20 लाख रुपये पाकिस्तानी हैंडलरों को भेजे जाने की पुष्टि हुई है। आरोपितों के कब्जे से विभिन्न बैंकों के 32 एटीएम कार्ड, पांच बैंकों की पासबुक, तीन बैंकों की चेक बुक, चार मोबाइल व स्कूटी बरामद हुई है। एटीएस दोनों आरोपितों से कई बिंदुओं पर गहनता से पूछताछ कर रही है। आरोपित लोगों को लॉटरी में मोटी रकम जीतने की आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाते थे। इस बात की भी जांच की जा रही है कि जिन लोगों से ठगी की गई, उनकी जानकारी पाकिस्तानी हैंडलरों से उपलब्ध होते थे अथवा अन्य कोई नेटवर्क भी इसमें शामिल है।
लॉटरी फ्राड में पहले भी जा चुका है जेल
आरोपित जयप्रकाश को 2013 में भी लॉटरी फ्राड के मामले में रुड़की पुलिस ने गिरफ्तार किया था और उसे जेल भेजा गया था। आरोपित धीरुद्दीन हत्या व लूट समेत तीन मुकदमों में जेल जा चुका है।