दुर्घटनाग्रस्त होने से बची पदमावत एक्सप्रेस, चार कर्मचारी किए गिरफ्तार
लोको पायलट की सूझबूझ से पदमावत एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। दरअसल पटरियों की मरम्मत का काम इस समय युद्धस्तर पर है। ...और पढ़ें

हापुड़ (जेएनएन)। रेल पटरियों की सुरक्षा के प्रति कर्मचारियों की लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। गनीमत रही कि लोको पायलट की सूझबूझ से पदमावत एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई।
दरअसल पटरियों की मरम्मत का काम इस समय युद्धस्तर पर है। मरम्मत में रेलवे के साथ ठेकेदार के कर्मचारियों को भी लगाया गया है। सोमवार शाम ठेकेदार के चार कर्मचारियों ने महरौली रेलवे स्टेशन के निकट मरम्मत का काम पूरा करने के बाद लोहे के क्षतिग्रस्त टुकड़ों को वहीं छोड़ दिया। कुछ असामाजिक तत्वों ने ये टुकड़े पटरियों पर रख दिए।
रात करीब 09:10 बजे दिल्ली से प्रतापगढ़ की तरफ आ रही पदमावत एक्सप्रेस के लोको पायलट ने लाइन पर लोहे के टुकड़े देख ब्रेक लगा दिए और कंट्रोल रूम को सूचित कर दिया। आनन-फानन में आरपीएफ इंस्पेक्टर एसएम असलम, रेलवे अधिकारियों और इंजीनियरों की टीम मौके पर पहुंच गई। टुकड़ों को लाइन से हटाकर करीब पौने दस बजे ट्रेन को हापुड़ की ओर रवाना किया गया। इस दौरान एक घंटे तक दिल्ली-मुरादाबाद रेलवे मार्ग बाधित रहा।
एसएम असलम ने बताया कि जांच के बाद जिला उन्नाव के जोधरा खेड़ा निवासी श्यामू वर्मा, वीरपुर निवासी राकेश, जिला हरदोई के गांव सिकंदरपुर निवासी उमाकांत और गांव अनंतापुर निवासी राजीव कुमार को गिरफ्तार किया गया है। चारों पर लोहे के टुकड़े ट्रैक के निकट छोडऩे की लापरवाही का आरोप है। एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
स्टेशन अधीक्षक मुनीराम मीना ने बताया कि लोको पायलट सावधान न होता तो बड़ा हादसा होता। स्थितियों से संतुष्ट होने के बाद लगभग दस बजे कॉशन हटा दिया गया।

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