Move to Jagran APP

यूपी में धान खरीद की गति पड़ी सुस्त, अब तक 501 टन हुआ क्रय; पिछले साल के मुकाबले तो खरीद बहुत ही कम

उत्तर प्रदेश में धान खरीद की रफ़्तार धीमी है। पिछले साल के मुकाबले इस बार अब तक 501 टन ही धान खरीदा गया है। सरकार ने इस साल 70 लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा है। किसानों को धान का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है इसलिए वे सरकारी क्रय केंद्रों पर धान बेचने को तैयार नहीं हैं ।

By Anand Mishra Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 11 Oct 2024 07:21 PM (IST)
Hero Image
यूपी में धान खरीद की गति पड़ी सुस्त - प्रतीकात्मक तस्वीर।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर समय से शुरू की गई धान की खरीद के पहले दस दिनों के परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नहीं दिखे हैं। एक अक्टूबर से पश्चिम यूपी के मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा, अलीगढ़ और झांसी मंडल के साथ ही लखनऊ संभाग के हरदोई, लखीमपुर खीरी, सीतापुर में धान की खरीद शुरू की गई है। बीत दस दिनों में इन मंडलों से जुड़े जिलों में 501.94 टन धान खरीदा गया है, जबकि बीते वर्ष इस अवधि तक 1905.56 टन की खरीद हुई थी।

चालू वित्तीय वर्ष के लिए प्रदेश सरकार ने 70 लाख टन धान एमएसपी पर खरीदने का लक्ष्य रखा है। पश्चिम यूपी के अलावा अन्य जिलों में धान की खरीद एक नवंबर से शुरू होगी। खाद्य एवं रसद विभाग की 10 अक्टूबर तक की रिपोर्ट के अनुसार खाद्य विभाग के क्रय केंद्रों पर सबसे अधिक 77 किसानों ने 392.76 टन धान बेचा।

वहीं, पीसीएफ के क्रेदों में महज 24.24, यूपीएसएस के केंद्रों पर 32.54, यूपीपीसीयू पर 42.48, मंडी परिषद द्वारा 4.00 और एफसीआइ के केेंद्रों पर 5.92 टन खरीद हुई। बता दें कि धान खरीद के लिए 4000 क्रय केंद्र स्थापित किए जाने हैं, पहले चरण में पश्चिमी यूपी व अन्य मंडलों में 2446 क्रय केंद्र खोले गए हैं। जिनमें महज 87 केंद्रों में ही खरीद शुरू हुई है। इस वर्ष सामान्य धान का एमएसपी 2300 रुपये व धान ग्रेड ए का 2320 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।

MSP पर धान बेचने को तैयार नहीं यूपी के किसान

बीते दिनों खबर सामने आई थी कि किसान नेता व विपक्ष जिस न्यूनतम समर्थन मूल्य को मुद्दा बनाकर हरियाणा के चुनाव में हल्ला मचा रहा उस एमएसपी पर बागपत के किसान धान बेचने को कतई तैयार नहीं थे। धान कटाई रफ्तार पर, लेकिन बागपत में सरकारी क्रय केंद्रों पर पहले दिन ही सन्नाटा छाया रहा था। बाजार दाम ज्यादा मिलने से पांच साल में बागपत में सरकारी क्रय केंद्रों पर केवल 50 कुंतल धान खरीद हुई।

सरकार ने अबकी बार प्रति कुंतल 2300 रुपये कामन तथा 2320 रुपये ग्रेड ए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया जो पिछले साल से क्रमश: 80 तथा 100 रुपये ज्यादा है। मंगलवार से बागपत, बड़ौत और खेकड़ा में क्रय केंद्र खुल गए हैं।

ये भी पढ़ें - 

MSP पर धान बेचने को तैयार नहीं यूपी के किसान, पहले दिन ही छाया सन्नाटा; आखिर क्या है मामला?

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।