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इंग्लैंड में अब भारत के पान की बादशाहत, बाग्लादेशियों को भा रही मिठास

पिछले वर्ष के मुकाबले दो गुना हुआ निर्यात, बाग्लादेशियों को भा रही पान की मिठास।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Aug 2018 02:26 PM (IST)Updated: Wed, 15 Aug 2018 04:23 PM (IST)
इंग्लैंड में अब भारत के पान की बादशाहत, बाग्लादेशियों को भा रही मिठास
इंग्लैंड में अब भारत के पान की बादशाहत, बाग्लादेशियों को भा रही मिठास

लखनऊ(जागरण संवाददाता)। देश पर वर्षो हुकूमत करने वाले इंग्लैंड में इस समय भारतीय पान का डंका बज रहा है। व्यापार के लिए वर्षो पहले आए फिरंगियों ने देश की अर्थ व्यवस्था पर भले ही अपना कब्जा कर लिया हो, लेकिन अब वहा भारतीय पान का डंका बज रहा है। यहा के पान की मिठास जहा आपसी रिश्तों में मिठास घोल रहा है वहीं पान के निर्यात से हर वर्ष लाखों डॉलर देश के खजाने में भी आ रहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्य कर रहे वाणिज्य जानकारी एवं साख्यिकी महानिदेशालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष के मुकाबले दो गुना निर्यात हो गया है। पान किसान यूनियन के महासचिव छोटेलाल चौरसिया की ओर से कोलकाता स्थित कार्यालय से मागी गई सूचना के बावत मिली जानकारी के अनुसार बीते वर्ष इंग्लैंड में भारतीय पान का निर्यात 5,51756 अमेरिकी डॉलर था जो इस वर्ष दो गुना हो गया। 10,64438 अमेरिकी डॉलर पान का निर्यात किया गया। इंग्लैंड भारतीय पान का आयात करने वाले विश्व में दूसरे स्थान पर है। पड़ोसी देश बाग्लादेश भारतीय पान का सबसे बड़ा आयातक है। आपसी रिश्तों में सौहार्द के साथ पान की मिठास इन रिश्तों को और प्रगाढ़ कर रही है। बाग्लादेश ने 13,09040 अमेरिकी डॉलर का भारतीय पान का आयात किया। राष्ट्रीय पान विकास निगम बने:

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राष्ट्रीय पान किसान यूनियन के महासचिव छोटेलाल चौरसिया का कहना है कि अकेले उत्तर प्रदेश में दो हेक्टेयर क्षेत्र में पान की खेती होती है, लेकिन पान किसान सूखा और आर्थिक तंगी की वजह से पान की खेती से विरत होने लगे हैं। देश में पान उत्पादन का क्षेत्र अब आठ हजार हेक्टेयर से घटकर एक हजार हेक्टेयर तक सीमित हो गया है। पिछली केंद्र सरकार की ओर इस राष्ट्रीय बागवानी मिशन में शामिल तो किया गया, लेकिन इसका लाभ पान किसानों के बजाय गैर पान किसानों को मिल गया।

29 देशों में होता है पान का निर्यात:

पान की खेती और पान के व्यवसाय में देश में तीन करोड़ लोग लगे हैं। देश में चौरसिया समाज के साथ ही अन्य जातियों के दो करोड़ लोग 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में पान की खेती करते हैं। देश में ही नहीं विश्व के 29 देशों पान का निर्यात होता है और करीब 2.57 करोड़ अमेरिकी डॉलर हर वर्ष देश के खजाने में आता है। अकेले प्रदेश में ही एक हजार हेक्टेयर क्षेत्र में पान की खेती होती है।

टॉप 10 निर्यातक देश :

बाग्लादेश-13,09040

इंग्लैंड-10,64438

कनाडा-81,777

केन्या-52,412

आस्ट्रेलिया-14,724

स्वीडन-10,232

नेपाल-10,102

आयरलैंड-9,585

फ्रास-9,344

यूएई-5,5081(निर्यात अमेरिकी डॉलर में है)।


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