विधायक की शिकायत के बाद जागा प्रशासन, केजीएमयू में नौ करोड़ के घोटाले की होगी जांच
निर्माण कार्य, उपकरण व अन्य सामान की खरीद में वर्ष 2011 में हुआ था घोटाला। विधायक की शिकायत पर शासन ने दिए जांच के निर्देश।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में निर्माण कार्य, उपकरणों की खरीद व अन्य सामान खरीदने के नाम पर करीब नौ करोड़ के हुए घोटाले की जांच होगी। विधायक रजनीकांत द्वारा सीएम से मामले की शिकायत करने के बाद अब जांच के आदेश दिए गए हैं। फिलहाल अभी तक कई विभाग अपने यहां खरीद फरोख्त की जानकारी देने से कतरा रहे हैं। जबकि आडिट आपत्ति में भी इस पर सवाल उठाए जा चुके हैं।
सीएम कार्यालय के विशेष सचिव नीतिश कुमार की ओर से मामले की जांच चिकित्सा शिक्षा सचिव से करवाए जाने की जानकारी विधायक को दी गई है। केजीएमयू में वर्ष 2010-11 में मशीन, एक्सरे फिल्म व अन्य उपकरण की खरीद की गई।
लारी कार्डियोलॉजी, दंत संकाय व स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग सहित कई विभाग शामिल हैं। दंत संकाय में महंगी दरों पर एक्सरे फिल्म खरीदी गई, लारी कार्डियोलॉजी में कैथ लैब में एंजियोप्लास्टी के लिए उपयोगकर्ता शुल्क तय नहीं किया गया। यही नहीं इस दौरान हुए निर्माण व मरम्मत कार्यों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए गए थे। आडिट विभाग ने भी आठ बिंदुओं पर मामले में आपत्तियां उठाई थीं। अब इस मामले में जांच करने के आदेश दिए गए हैं।