विपक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण को सरकारी विज्ञप्तियों का संकलन बताया
उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में मंगलवार को दिए राज्यपाल के अभिभाषण को विपक्षी दलों ने सूचना विभाग की सरकारी विज्ञप्तियों का संकलन करार दिया।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में मंगलवार को दिए राज्यपाल के अभिभाषण को विपक्षी दलों ने सूचना विभाग की सरकारी विज्ञप्तियों का संकलन करार देते हुए कहा कि योगी सरकार के पास उपलब्धियों के नाम पर बताने के लिए कुछ भी नहीं है। विपक्ष की नजर में राज्यपाल के अभिभाषण में गिनाई गईं उपलब्धियां झूठी, कानून व्यवस्था में बेहतरी की बात फरेब और विकासोन्मुखी वातावरण देने की बात पूरी तरह बेमानी है।
अभिभाषण की शुरुआत ही झूठ
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने अभिभाषण की शुरुआत ही झूठ व हवाई दावों से की गई। सरकार के पास आगामी योजनाओं के बारे में बताने के लिए भी कुछ नहीं है। जिन कथित उपलब्धियों का जिक्र किया गया वे समाजवादी सरकार के कार्यों का विस्तार है। सरकार की अपराध, भयमुक्त और विकासोन्मुखी वातावरण देने की बात पूरी तरह बेमानी है।भाजपा सरकार केवल अद्र्धकुंभ को कुंभ बताने व इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर देने को ही अपनी उपलब्धि बता सकती है।
कानून व्यवस्था बेहतर बताना बड़ा फरेब
बसपा विधानमंडल दलनेता लालजी वर्मा ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण झूठ का पुलिंदा भर है। प्रदेश में समाज पर हर वर्ग परेशान है। कानून व्यवस्था को बेहतर बताने से बड़ा फरेब कुछ नहीं हो सकता। दलितों, पिछड़ों, गरीबों और अल्पसंख्यकों का उत्पीडऩ बंद नहीं हो पाया है। किसानों का उपज का उचित मूल्य मिल पा रहा है और सरकार झूठी वाहवाही लूट रही है।
अभिभाषण जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला
कांग्रेस के विधान परिषद में दलनेता दीपक सिंह ने राज्यपाल के अभिभाषण को जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला करार देते हुए कहा कि जुमलेबाजी के जरिये बनी योगी सरकार के पास बताते के लिए कुछ नहीं है। ऐसे में अभिभाषण में गिनाई गई उपलब्धियां झूठी हैं। सरकार का सच प्रदेश की जनता अच्छी तरह जान चुकी है। फर्जी आंकड़ेबाजी से जनता की आंखों में अब धूल नहीं झोंकी जा सकती है।