पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने पर भड़का विपक्ष, मूल्य वृद्धि जल्द वापस लेने की मांग
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंदी के बावजूद डीजल और पेट्रोल की कीमतों में लगातार वृद्धि पर विपक्ष ने तेवर दिखाते हुए इसे जनता के साथ घोर अन्याय बताया है।
लखनऊ, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंदी के बावजूद डीजल और पेट्रोल की कीमतों में लगातार वृद्धि पर विपक्ष ने तेवर दिखाते हुए इसे जनता के साथ घोर अन्याय बताया है और मूल्य वृद्धि वापस लेने की मांग की है। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने इसे गरीब व बेरोजगार जनता का आर्थिक शोषण बताया है। वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि कोरोना संकट में भूखमरी व बेकारी से कराह रही जनता के साथ इससे बड़ा अन्याय नहीं हो सकता।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने रविवार तो ट्वीट कर डीजल और पेट्रोल की कीमतों पर अंकुश लगाने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि 'विश्व तेल बाजार में मंदी व इसके दामों में जबरदस्त कमी के बावजूद अपने भारत देश में पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार की जा वृद्धि कोरोना महामारी व लॉकडाउन से पीड़ित करोड़ों गरीब व बेरोजगार जनता का आर्थिक शोषण व उनके प्रति अन्याय नहीं तो और और क्या है? ऐसा क्यों?
1. विश्व तेल बाजार में मंदी व इसके दामों में जबर्दस्त कमी के बावजूद अपने भारत देश में पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार की जा रही वृद्धि कोरोना महामारी व लाॅकडाउन से पीड़ित करोड़ों गरीब व बेरोजगार जनता का आर्थिक शोषण व उनके प्रति अन्याय नहीं तो और क्या है? ऐसा क्यों?— Mayawati (@Mayawati) June 14, 2020
वरिष्ठ सपा नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने आरोप लगाया कि भाजपा की संवेदनहीनता पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि से भी जाहिर होती है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में भूखमरी व बेकारी से कराह रही जनता के साथ इससे बड़ा अन्याय नहीं हो सकता। कांग्रेस प्रवक्ता वीरेंद्र मदान ने पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी को भाजपा के उत्पीड़नात्मक रवैये का नमूना बताया। राष्ट्रीय लोकदल के प्रवक्ता अनिल दुबे ने आरोप लगाया कि सरकार लगातार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर जनहित की अनदेखी करके अपना खजाना भरने में लगी है।