ट्यूमर ने बंद किया बच्चे का मुंह, केजीएमयू में मिली नई जिंदगी
दो घंटे चला ऑपरेशन दूध पीना भी था मुश्किल। हालत ठीक होने पर शनिवार को बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया गया।
लखनऊ, जेएनएन। सुलतानपुर निवासी दो माह के बच्चे के ऊपरी जबड़े में ट्यूृमर था। परिजन उसे मामूली दाना समझते रहे। वहीं देखते ही देखते उसका आकार बढ़ गया। बच्चे का दूध-पानी पीना भी दुश्ववार हो गया। ऐसे में केजीएमयू के डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर उसे जीवन दान दिया।
पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. जेडी रावत के मुताबिक उज्ज्वल की उम्र दो माह की है। परिजनों को उज्ज्वल के जन्म के बाद ऊपरी जबड़े में हल्का दाना महसूस हुआ। मगर उसे नजरंदाज कर दिया। थोड़े दिन बाद दाने का आकार बढ़ा तो स्थानीय चिकित्सक को दिखाया। वहां के डॉक्टर ने सामान्य फोड़ा बताकर दवा दे दी। वहीं पिछले 15 दिनों में दाना और बढ़ गया। सामने का ऊपरी जबड़ा के साथ-साथ तालू भी ट्यूमर की गिरफ्त में आ गया। लिहाजा, उसका सामने का मुंह बंद हो गया। बच्चा स्तनपान भी नहीं कर पा रहा था। उसे चम्मच से दूध पिलाया गया। सात दिन पहले परिजन उज्ज्वल को लेकर केजीएमयू लेकर भागे। यहां डॉ. जेडी रावत, डॉ. सुधीर सिंह, डॉ. विपुल, डॉ. सर्वेश, डॉ. अनीता, डॉ. प्रेम की टीम ने ऑपरेशन किया। यह कंजेनाइटल ट्यूमर था।
ट्यूब डालना था चुनौती
डॉ. जेडी रावत के मुताबिक मुंह ट्यूबर से घिरा था। ऐसे में बच्चे को ऑक्सीजन के लिए इंडोट्रैकियल ट्यूब डालने का प्लान बनाया गया। दूरबीन विधि से प्रयास किया। मगर मुंह में जगह कम होने की वजह से श्वसनली में इंजरी होने लगी। ऐसे में इमरजेंसी में गले में ट्रैकिओस्टमी कर ट्यूब डाली। इस दौरान ऑपरेशन कर ट्यूमर हटाया फिर इंडोट्रैकियल ट्यूब डालकर बच्चे को वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया। हालत ठीक होने पर शनिवार को बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया गया।