कानपुर विवि की फेक वेबासइट बनाकर ठगी
कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की फेक वेबसाइट बनाकर पीएचडी कराने के नाम पर ठग
कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की फेक वेबसाइट बनाकर पीएचडी कराने के नाम पर ठगी की जा रही है। इन ठगों के चंगुल में बेंगलुरू की एक छात्रा फंस गई। छात्रा को पीएचडी में चयनित होने व अपने गाइड से संपर्क करने की जानकारी वेबसाइट के जरिए दी गई। उसके बाद फोन पर उससे एक लाख रुपए फीस भी जमा करा ली गई। उसके बाद से फोन स्विच आफ है। छात्रा ने विश्वविद्यालय से संपर्क किया तब पता चला कि वह ठगी जा चुकी है।
सीएसजेएमयू की फेक वेबसाइट के जरिए बेंगलुरू निवासी छात्रा संध्या लक्ष्मी को हरियाणा के रोहतक स्थित एक इंस्टीट्यूट ने पत्रकारिता विषय के साथ पीएचडी में प्रवेश देने से संबंधित एक पत्र भेजा। यह पत्र छात्रा को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर प्राप्त हुआ। छात्रा के रिश्तेदार जनार्दन बुधवार को इस लेटर की सच्चाई जानने के लिए सीएसजेएमयू पहुंचे तो उन्हें पता चला कि ऐसा कोई पत्र विश्वविद्यालय की ओर से जारी नहीं किया गया है। क्योंकि विश्वविद्यालय की दूसरी शाखा देश भर में कहीं भी नहीं है।
चयन, गाइड व विषय संबंधित दो पत्र आए, फोन पर मांगी फीस :
बेंगलुरू से विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग पहुंचे जनार्दन ने बताया कि छात्रा का चयन 2012 में किया गया जिसकी सूचना उन्हें फोन पर प्राप्त हुई। फोन करने वाले ने बताया कि वह फीस जल्द जमा कर दें जिससे पढ़ाई समय पर शुरू हो सके। पहला पत्र उन्हें 15 मार्च को प्राप्त हुआ जिसमें उनके गाइड का नाम दिया गया था। चार दिन बाद 19 मार्च को उन्हें एक और पत्र मिला जिसमें उनके विषय को मंजूरी दे दी गई थी। उन्होंने बताया कि इसके बाद उनके पास एक फोन आया जिसमें फीस जमा करने के लिए कहा गया। उन्होंने बताए गए एकाउंट में पैसे जमा कर दिए। उसके बाद से फोन स्विच ऑफ है। कुलसचिव सैय्यद वकार हुसैन का कहना है कि विश्वविद्यालय की कोई दूसरी ब्रांच नहीं है। मामला अभी उन तक नहीं पहुंचा है। सामने आने पर जांच कराई जाएगी।