नौ दिन चले अढ़ाई कोस, UP में 6 माह में सिर्फ 2520 किरायेदारों का सत्यापन Lucknow News
प्रदेश भर में ऑनलाइन छह माह में सिर्फ 2520 किरायेदारों के सत्यापन। सर्तक रहने के लिए जरूरी है किरायेदारों का ऑनलाइन सत्यापन।
लखनऊ, जेएनएन। शहर के लोग थोड़ा से सतर्क हो जाएं तो शहर में होने वाली लूटपाट, चोरी व टप्पेबाजी की घटनाओं में लगाम लग सकती है। वहीं यदि पुलिस भी बाहरी लोगों के सत्यापन प्रक्रिया को सख्ती से लागू कर दे तो यह न के बराबर हो जाएं। यूपी कॉप एप के माध्यम से ऑनलाइन सत्यापन प्रक्रिया से सिर्फ पूरे प्रदेश में 2520 ही किरायेदारों के सत्यापन हुए हैं।
उधर, सत्यापन ऑनलाइन होते ही ठप्प हो गए। शहर में अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले अधिकतर बाहरी होते हैं और शहर में मकान, होटल या धर्मशाला किराए पर लेकर घटनाओं को अंजाम दे रहे है। जानकीपुरम में पकड़े गया गिरोह इसकी नजीर है जो घरों में काम करने वाली नौकरानी की मदद से चोरी घटनाओं को अंजाम दे रहा था। ऐसे ही शहर के थानों में पकड़े गए कई चोर-लुटेरे दूसरे जिले और प्रदेश निकले।
थानों में सत्यापन के आंकड़े नहीं, यूपीकॉप से प्रदेश में 455
शहर के थानों में क्षेत्र में रहने वाले किरायेदार, कर्मचारी और बहर से आने वालों के सत्यापन के आंकड़े उपलब्ध नहीं है। वहीं सत्यापन प्रक्रिया यूपी कॉप के माध्यम होने से यह प्रक्रिया ठप्प हो गई है। आंकड़े बताते है कि यूपी भर में सिर्फ जागरूक नागरिक तौर पर 2520 लोग ही निकले। जिन्होंने ऑनलाइन किरायेदारी के 455 और कर्मचारियों के 2065 सत्यापन कराए। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि लखनऊ में कितने लोगों ने कराया होगा और कितने जागरूक हैं।
शहर में बाहर के पकड़े गए प्रमुख अपराधी
- जानकीपुरम में गिरफ्तार सीतापुर का रोहित शुक्ल नौकरानी व क्षेत्रीय लोगों की मदद से गिरोह चला रहा था। वहीं हरदोई का मुलायम यादव व लखीमपुर का राहुल वाहन चोरी गिरोह।
- इटौजा में पकड़ा गया हरदोई के के अश्वनी रावत, भानू रैदास और सचिन का लुटेरों का गैंग।
- जानकीपुरम में बाराबंकी के फिरोज, आसिफ चोरी का गिरोह चला रहा था।
- पीजीआइ में पकड़े गए दिल्ली के शातिर चोर मधुर व रिजवान।
- गोमतीनगर में पकड़ा गया झारखंड का राहुल, प्रकाश चौधरी व बहराइच के सूरज का लूटपाट करने वाला गैंग।
- पीजीआइ में गिरफ्तार मुबंई का जुल्फिकार जो टप्पेबाज इरानी गैंग का सक्रिय सदस्य।