क्वीन मेरी अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में एक लाख की चोरी
रूम में अंदर से सिटकनी लगाना भूल दंपत्ती, अस्पताल के डस्टबिन में मिला खाली पर्स
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। क्वीन मेरी हॉस्पिटल के प्राइवेट वार्ड में भर्ती मरीज के परीवारीजनों के एक लाख रुपये का सामान चोरी होने का मामला सामने आया है। परिवारीजन रात को रूम लॉक करना भूल गए थे। सुबह जब वे सो कर उठे तो उनका पर्स नहीं मिला। उसमें जेवर रखे हुए थे। चोरी के बाद परिवारीजन ने मौके पर डायल 100 को बुलाया।
महानगर निवासी सर्वेश कुमार अग्निहोत्री की पत्नी कुसुम चौधरी 20 फरवरी को क्वीन मेरी हॉस्पिटल के प्राइवेट वार्ड नंबर एक में भर्ती हुई थीं। 21 फरवरी को उनका ऑपरेशन हुआ और वे मां बनी। ऑपरेशन के बाद से ही उनकी हालत गंभीर थी। वहीं बच्ची को भी पीलीया हो गया था। बच्ची एनएनयू में भर्ती है। सोमवार सुबह 3:30 बजे के करीब वे बच्ची को देखने लिए उनकी बहन माधुरी एनएनयू गई। सर्वेश ने बताया कि रातभर से सब जागे हुए थे, वो जाते समय अंदर से दरवाजा बंद करना भूल गई। सुबह बच्ची की खून की जाच के लिए डॉक्टर ने वार्ड का दरवाजा खटखटाया। जब उन्होंने पैसे निकालने के लिए पर्स ढूंढा लेकिन नहीं मिला।
पत्नी का पर्स भी नही मिला
सर्वेश ने बताया कि जब उन्होंने पत्नी का पर्स ढूंढा तो वो भी नही मिला। उसमें नथ, बिछिया और पायल रखी थीं। साथ ही तीन एटीएम कार्ड, आधार व पैन कार्ड भी था।
डस्ट बीन में मिला खाली पर्स
सर्वेश ने डायल 100 को फोन करके पुलिस को बुलाया। एचओडी से शिकायत भी की। जब ढूंढा गया तो खाली पर्स डस्ट बीन में मिला। उसमे पैसे और ज्वेलरी गायब थी, बाकी एटीएम और कागज मौजूद थे। सर्वश ने आरोप लगाया कि ये अस्पताल के कर्मचारियों का ही काम है।
कही नहीं है सुरक्षा के इंतेजाम
अस्पताल के प्राइवेट वार्ड के बाहर सीसीटीवी कैमरे भी नहीं है और न ही कोई सुरक्षा गार्ड है। अस्पताल की ओपीडी और रेन बसेरे में तो आये दिन चोरी होना आम बात बन गई है लेकिन अब यहां प्राइवेट वार्ड में भी चोरी होने लगी हैं।