नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में इस बार यूपी से पहले से अधिक चेहरे आना लगभग तय
ऐसे में नरेंद्र मोदी सरकार में इस बार उत्तर प्रदेश से अधिक चेहरे रहेंगे। इस बार उत्तर प्रदेश से एक दर्जन से अधिक मंत्री रहना तय है।
लखनऊ, जेएनएन। स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के बाद नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश से भाजपा के ऐसे सांसद हैं जो कि प्रधानमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ लेंगे। नरेंद्र मोदी आज प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। देश में 17वीं लोकसभा के गठन के लिए सम्पन्न चुनाव में भाजपा ने पूर्ण बहुमत के साथ परचम लहराया है। भाजपा को उत्तर प्रदेश से 62 सांसद मिले हैं, जबकि दो सहयोगी दल से भी हैं। ऐसे में नरेंद्र मोदी सरकार में इस बार उत्तर प्रदेश से अधिक चेहरे रहेंगे। इस बार उत्तर प्रदेश से एक दर्जन से अधिक मंत्री रहना तय है। योगी आदित्यनाथ सरकार के तीन मंत्री सांसद बने हैं, जिनमें से दो मंत्री पद के दावेदार बताए जा रहे हैं।
वाराणसी से लोकसभा सांसद नरेंद्र मोदी आज दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इनके साथ ही लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह, गाजियाबाद से सांसद जनरल वीके सिंह, नोएडा से सांसद डॉ. महेश शर्मा, बरेली से सांसद संतोष गंगवार, सुलतानपुर से सांसद मेनका गांधी, अमेठी से सांसद स्मृति जुबिन ईरानी, बागपत से सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह, मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल, मुजफ्फरनगर से सांसद डॉ. संजीव बालियान, फतेहपुर से सांसद साध्वी निरंजन ज्योति के साथ इलाहाबाद से सांसद रीता बहुगुणा जोशी व आगरा से सांसद एसपी सिंह बघेल को नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। मोदी लहर में गाजीपुर से चुनाव हारने वाले मनोज सिन्हा भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। उनको राज्यसभा में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व स्मृति ईरानी की खाली होने वाली सीट से राज्यसभा में भेजा जाएगा।
लोकसभा चुनाव में इस बार योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के चार मंत्री मैदान में थे। जिनमें इलाहाबाद से डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, आगरा सुरक्षित से एसपी सिंह बघेल के साथ कानपुर से सत्यदेव पचौरी ने जीत दर्ज की। इनके बीच अंबेडकरनगर में माहौल काफी अनुकूल होने के बाद भी योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा चुनाव में बुरी तरह से हार गए।
रीता बहुगुणा जोशी कांग्रेस की पुरानी कद्दावर नेता रहीं। जब भाजपा का दामन थामा तो पूरी तरह भाजपा की हो गई। इलाहाबाद का बैकग्राउंड, हेमवती नंदन बहुगुणा की पुत्री, उत्तराखंड में अच्छा प्रभाव, ब्राह्मणों पर पकड़ और योगी आदित्यनाथ सरकार में सफल मंत्री के तौर पर इनका कार्यकाल रहा है। ऐसे में इनके नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। नरेंद्र मोदी कैबिनेट में मंत्री बनने के सवाल पर रीता बहुगुणा जोशी बचती नजर आईं।
एसपी सिंह बघेल कभी समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह के करीबी रहे, कई बार सांसद रहे। उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले भाजपा का दामन थाम लिया था। फिरोजाबाद सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे। वह अक्षय यादव से हार गए थे। इस बार आगरा से जीतने में कामयाब रहे। मंत्री बनने के बारे में एसपी सिंह बघेल ने कहा कि देखिए यह प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार होता है और जैसे कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मंत्री बनने के लिए किसी को अपनी उत्सुकता दिखाने की कोई जरूरत नहीं है यह एक नियम के तहत होता है। कौन मंत्री बनेगा नहीं बनेगा इस पर मैं कुछ नहीं कह सकता और ना ही मेरा इस पर कुछ भी कहना ठीक होगा। एसपी सिंह बघेल दलित जाति से आते हैं। आगरा से लेकर कानपुर तक के इलाकों में इनका प्रभाव है। एसपी सिंह बघेल दलित और अति पिछड़ी जातियों में अच्छा प्रभाव रखते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई सीटों पर भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई।
कन्नौज लोकसभा सीट से सपा मुखिया अखिलेश यादव की सांसद पत्नी डिंपल यादव को हराने वाले सुब्रत पाठक को भी मंत्री पद से नवाजा जा सकता है। कानपुर से सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा कि वह एक कार्यकर्ता जैसे हैं और कार्यकर्ता के रूप में उन्हें जो भी जिम्मेदारी मिलती है उन्होंने उसे पूरा किया है, आगे भी जो जिम्मेदारी मिलेगी वह पूरा करेंगे। यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री की बात का असर चुने हुए सांसदों पर दिखाई दे रहा है। मंत्री बनने के सवाल को लेकर सभी बच रहे हैं। कोई अपनी राय रखना नहीं चाहता। अब तो प्रधानमंत्री मोदी की नसीहत के बाद जीते हुए सांसद चुप रहना ही बेहतर समझ रहे हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने इस बार विपक्ष की कड़ी मशक्कत के साथ ही साथ सपा-बसपा-आरएलडी के सारे जातीय समीकरण को बिगाड़ते हुए 62 सीट पर जीत दर्ज की है।
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