लूट के इरादे से की गई थी संस्कृति की हत्या, मुख्य आरोपी ऑटो चालक अरेस्ट-तीन फरार
संस्कृति हत्याकांड का पुलिस ने किया राजफाश। मुख्य आरोपी ऑटो चालक अरेस्ट, तीन आरोपित साथियों की तलाश जारी।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। राजधानी में चर्चित पॉलीटेक्निक की छात्रा संस्कृति हत्याकांड का पुलिस ने गुरुवार को राजफाश किया। मामले में बुधवार को हिरासत में लिया गया सीतापुर रामपुर कला निवासी ऑटो चालक राजेश हत्याकांड का मुख्य आरोपी निकला। एडीजी जोन राजीव कृष्णा के अनुसार, पूछताछ में राजेश ने हत्या का राज खोला। उसने बताया कि संस्कृति बादशाहनगर स्टेशन जाने के लिए उसकी ऑटो में बैठी थी। उस दौरान ऑटो में चालक के तीन साथी और मौजूद थे। रास्ते में लूट की घटना को अंजाम देने की कोशिश की, लेकिन छात्रा ने विरोध किया। इसपर उसे मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद पर्स और मोबाइल फोन लूटकर उसे मड़ियाव थाना क्षेत्र स्थित घैला पुल के पास ठिकाने लगाकर भाग निकले। पुलिस के मुताबिक, घटना में शामिल चालक के तीन आरोपित साथी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। यह था मामला:
बलिया के भगवानपुर गाव निवासी अधिवक्ता उमेश कुमार राय की बेटी संस्कृति का पिछले साल पॉलीटेक्निक में दाखिला हुआ था, वह सालभर हॉस्टल में ही रही। दूसरे साल हॉस्टल नहीं मिला तो उसने इंदिरानगर सेक्टर नौ में किराए से कमरा ले लिया। उसे 21 जून की रात छात्रा को अपनी चंदौली निवासी सहेली के साथ ट्रेन से घर जाना था। रात आठ बजे छात्रा की मा ने उसे फोन मिलाया, जिसपर उसने कहा कि घर के लिए आ रही हूं। साथी छात्रा के स्टेशन पर न पहुंचने पर सहेली करीब साढ़े नौ बजे अकेले ही ट्रेन से चली गई। बेटी का फोन न लगने पर पिता ने लखनऊ निवासी एक रिश्तेदार को फोन कर पूरी बात बताई। रिश्तेदार ने छात्रा के पिता की बात गाजीपुर इंस्पेक्टर से कराई। पिता ने इंस्पेक्टर से फोन पर बेटी के साथ अनहोनी की आशका जताकर उसे खोजने की गुजारिश की। 22 जून को छात्रा का शव मड़ियाव थाना स्थित घैला पुल के पास मिला। के छानबीन में जुटी टीमों के मुताबिक 21 जून को घटना की रात संस्कृति बादशाहनगर स्टेशन जाने के लिए पॉलीटेक्निक चौराहे से टेंपो में बैठी थी। सर्विलास सेल को टॉवर से छानबीन के दौरान घटना के रूट पर सक्त्रिय 45 हजार मोबाइल फोन नंबरों की पड़ताल में राजेश का नंबर भी हाथ लगा। मंगलवार देर रात पुलिस और एसटीएफ ने रामपुर कला स्थित घर पर दबिश देकर उसे हिरासत में ले लिया। फिलहाल राजेश व उसके साथी से पूछताछ की जा रही है। दावा यह भी किया जा रहा है कि संस्कृति राजेश के ही टेंपो में बैठी थी। उधर एएसपी ट्रासगोमती हरेंद्र कुमार ने बताया कि में अब तक संदेह के आधार पर 200 से अधिक लोगों से पूछताछ की चुकी है, राजेश से भी पूछताछ की जा रही है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि उसने हत्या की या नहीं। उनका कहना है कि इस मामले में तीन संदिग्धों के नाकरे और ब्रेन मैपिंग कराने के लिए न्यायालय से अनुमति मिल गई है, जल्द टेस्ट कराया जा सकता है। जागरण संवाददाता, लखनऊ: पॉलीटेक्निक की छात्र में बीस दिन बाद पुलिस और एसटीएफ की टीमों को अहम सुराग मिले हैं। सीतापुर के रामपुर कला निवासी टेंपो चालक राजेश व उसके साथी को उठाया गया है। छानबीन में जुटी टीमों की ओर से दावा किया जा रहा है कि राजेश ने ही अपने साथी के साथ मिलकर संस्कृति की हत्या की थी। हालाकि अभी इसकी किसी ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।1घटना के बाद आरोपितों ने संस्कृति के पर्स और मोबाइल फोन लूटकर उसे मड़ियाव थाना क्षेत्र स्थित घैला पुल के पास ठिकाने लगा दिया था। के छानबीन में जुटी टीमों के मुताबिक 21 जून को घटना की रात संस्कृति बादशाहनगर स्टेशन जाने के लिए पॉलीटेक्निक चौराहे से टेंपो में बैठी थी। सर्विलास सेल को टॉवर से छानबीन के दौरान घटना के रूट पर सक्त्रिय 45 हजार मोबाइल फोन नंबरों की पड़ताल में राजेश का नंबर भी हाथ लगा। मंगलवार देर रात पुलिस और एसटीएफ ने रामपुर कला स्थित घर पर दबिश देकर उसे हिरासत में ले लिया। फिलहाल राजेश व उसके साथी से पूछताछ की जा रही है। दावा यह भी किया जा रहा है कि संस्कृति राजेश के ही टेंपो में बैठी थी। उधर एएसपी ट्रासगोमती हरेंद्र कुमार ने बताया कि में अब तक संदेह के आधार पर 200 से अधिक लोगों से पूछताछ की चुकी है, राजेश से भी पूछताछ की जा रही है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि उसने हत्या की या नहीं। उनका कहना है कि इस मामले में तीन संदिग्धों के नाकरे और ब्रेन मैपिंग कराने के लिए न्यायालय से अनुमति मिल गई है, जल्द टेस्ट कराया जा सकता है।यह था मामला1बलिया के भगवानपुर गाव निवासी अधिवक्ता उमेश कुमार राय की बेटी संस्कृति का पिछले साल पॉलीटेक्निक में दाखिला हुआ था, वह सालभर हॉस्टल में ही रही। दूसरे साल हॉस्टल नहीं मिला तो उसने इंदिरानगर सेक्टर नौ में किराए से कमरा ले लिया। उसे 21 जून की रात छात्र को अपनी चंदौली निवासी सहेली के साथ ट्रेन से घर जाना था। रात आठ बजे छात्र की मा ने उसे फोन मिलाया, जिसपर उसने कहा कि घर के लिए आ रही हूं। साथी छात्र के स्टेशन पर न पहुंचने पर सहेली करीब साढ़े नौ बजे अकेले ही ट्रेन से चली गई। बेटी का फोन न लगने पर पिता ने लखनऊ निवासी एक रिश्तेदार को फोन कर पूरी बात बताई। रिश्तेदार ने छात्र के पिता की बात गाजीपुर इंस्पेक्टर से कराई। पिता ने इंस्पेक्टर से फोन पर बेटी के साथ अनहोनी की आशका जताकर उसे खोजने की गुजारिश की। 22 जून को छात्र का शव मड़ियाव थाना स्थित घैला पुल के पास मिला।किशोरी को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म, विरोध पर ईंट से मुंह कूंचा पेज-8।