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यूपी में तेजी से बढ़ रहा ओमिक्रोन वैरिएंट का दायरा, अब तक म‍िले 275 संक्रम‍ितों में सबसे ज्यादा लखनऊ के

प्रदेश में मंगलवार को 164 मरीज सामने आए और करीब 183 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसि‍ंग कराई गई। इससे पहले दो चरणों में 303 सैंपल की हुई जीनोम सिक्वेंसि‍ंग में कुल 111 रोगी ओमिक्रोन वैरिएंट के मिले थे। इस तरह अभी तक कुल 485 सैंपल जांचे गए हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 11 Jan 2022 10:38 PM (IST)Updated: Wed, 12 Jan 2022 09:56 AM (IST)
यूपी में तेजी से बढ़ रहा ओमिक्रोन वैरिएंट का दायरा, अब तक म‍िले 275 संक्रम‍ितों में सबसे ज्यादा लखनऊ के
अब अस्पताल में भर्ती मरीजों के सैंपल की ही होगी जांच

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। उत्‍तर प्रदेश में अब ओमिक्रोन वैरिएंट का दायरा बढ़ रहा है। इससे संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अब जितने सैंपल की जीनोम सिक्वेंसि‍ंग कराई जा रही है, उसमें से 90 प्रतिशत में ओमिक्रोन वैरिएंट मिल रहा है। ऐसे में अब जीनोम सिक्वेंसि‍ंग के लिए प्रोटोकाल में भी बदलाव किया जा रहा है। स्टेट सर्विलांस आफिसर डा. विकासेंदु अग्रवाल के मुताबिक अस्पतालों में भर्ती रोगियों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसि‍ंग के लिए भेजे जाएंगे। अब तक कुल 275 मरीज ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित मिल चुके हैं। छह मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा 114 रोगी लखनऊ में मिले हैं और दूसरे नंबर पर 99 मरीज वारणासी में हैं।

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प्रदेश में मंगलवार को 164 मरीज सामने आए और करीब 183 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसि‍ंग कराई गई। इससे पहले दो चरणों में 303 सैंपल की हुई जीनोम सिक्वेंसि‍ंग में कुल 111 रोगी ओमिक्रोन वैरिएंट के मिले थे। इस तरह अभी तक कुल 485 सैंपल जांचे गए हैं और इसमें से 275 रोगी ओमिक्रोन वैरिएंट के मिल चुके हैं।

अब आगे जांच के प्रोटोकाल में भी बदलाव किया गया है। अब अस्पतालों में भर्ती मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। इस समय अस्पतालों में कोरोना के कुल 1461 रोगी भर्ती हैं। फिलहाल दूसरे देश और ऐसे राज्य जहां ओमिक्रोन वैरिएंट के अधिक मरीज हैं, वहां से आ रहे लोगों की कोरोना जांच कराने के बाद सख्त निगरानी की जा रही है। 

देश में अब तक सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 1247 रोगी ओमिक्रोन के मिले हैं। इसके बाद राजस्थान में 645, दिल्ली में 546, कर्नाटक में 479 और केरल में 350 रोगी कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित मिल चुके हैं। उधर संजय गांधी पीजीआइ के माइक्रोबायोलाजी विभाग की अध्यक्ष प्रो. उज्ज्वला घोषाल कहती हैं कि डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रोन वैरिएंट ज्यादा तेजी से फैलता। इससे संक्रमित व्यक्ति से एक मिनट संपर्क में रहने वाला व्यक्ति चपेट में आ सकता है। ऐसे में दो गज की शाररिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन करें और मास्क जरूर लगाएं।


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