पुराने लखनऊ को मिल सकती है तीन फ्लाईओवर की सौगत
15 मार्च तक सेतु निगम को डीपीआर तैयार कर देने के निर्देश, डीएम ने संबंधित महकमों की बैठक बुलाकर दस तक मांगी रिपोर्ट
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। ट्रैफिक जाम से बुरी तरह जूझ रहे पुराने शहर को आने वाले दिनों में राहत मिल सकती है। प्रशासन की कोशिश रंग लाई तो पुराने शहर में तीन नए फ्लाईओवर को मंजूरी मिल सकती है। प्रशासन ने 15 मार्च तक डीपीआर तैयार कर सेतु निगम को सौंपने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शुक्रवार को कैंप कार्यालय पर सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी और तमाम महकमों के अफसरों के साथ बैठक कर प्लाईओवर के लिए डीपीआर तैयार करने पर चर्चा की। डीएम के मुताबिक गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र में तीन नए प्लाईओवर बनवाने की इच्छा जताई है, जिस पर काम शुरू हो गया है। तीन प्लाईओवर का डीपीआर दस तक तैयार कर लिया जाएगा। परीक्षण के बाद इसे सेतु निगम को भेजा जाएगा। डीएम ने नगर निगम, सेतु निगम, पीडब्ल्यूडी और जल निगम के अधिकारियों को शनिवार को तीनों प्रस्तावित स्थलों का दौरा कर सर्वे करने का निर्देश दिया ताकि सभी विभागों को कार्ययोजना बनाने में आसानी रहे। सभी विभाग मिलकर कार्ययोजना बनाएंगे तो आगे की राह आसान रहेगी। डीएम के मुताबिक सेतु निगम डीपीआर को केंद्र सरकार भेजेगा। प्रशासन को उम्मीद है कि वित्तीय वर्ष से पहले तीनों प्लाईओवर के लिए पैसा मंजूर हो जाएगा। वहीं डीएम ने लखनऊ- हरदोई हाईवे पर मार्ग प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने पर अफसरों से नाराजगी जताई।
कहां बनेंगे प्लाईओवर
चरक चौराहे से हैदरगंज चौराहा - दो किमी
हैदरगंज से मीना बेकरी - एक किमी
हुसैनगंज से डीएवी कालेज- 1.5 किमी