यूपी-बिहार में बस संचालन पर दोनों राज्य आगे बढ़े, लेंगे अपनी सीमा में अपने राज्य का किराया
प्रबंध निदेशक और बिहार की परिवहन आयुक्त के बीच हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग। दूर की गईं बाधाएं कई बिंदुओं पर हुई सहमति। अब यह नहीं होगा कि बिहार राज्य अपनी किराया दर पर यूपी में बसों का संचालन करे। इसी तरह बिहार राज्य में प्रवेश करने पर वहां का किराया लगेगा।
लखनऊ, जेएनएन। यूपीएसआरटीसी और बिहार राज्य के बीच बीते वर्ष हुए पारस्परिक समझौते के तहत बस संचालन की बाधाओं को दूर किया गया। शुक्रवार परिवहन आयुक्त एवं प्रबंध निदेशक रोडवेज धीरज साहू और बिहार राज्य पथ परिवहन की ओर से परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी ने शाम वीडियाे कांफ्रेंसिंग के जरिए संचालन की समस्याओं पर विचार-विमर्श किया। किराये को लेकर चल रहे विवाद पर भी दोनों के बीच सहमति बनीं। तय हुआ कि यूपी रोडवेज हो या फिर बिहार पथ परिवहन की बस जैसे ही राज्य में प्रवेश करेंगी, उसी राज्य का किराया यात्रियों से लिया जाएगा। यह नहीं होगा कि बिहार राज्य अपनी किराया दर पर यूपी में बसों का संचालन करे। इसी तरह बिहार राज्य में प्रवेश करने पर वहां का किराया लगेगा। दोनों राज्य अपने प्रदेश में संचालन के दौरान अपने प्रदेश का किराया लेंगे।
समय-सारिणी से ही चलेंगी दोनों राज्यों की बसें
यह नहीं होगा कि मनमाने तरीके से जब मौका मिला तो राज्य अपनी बसों को रवाना कर दें। दोनों राज्यों की बसें समय-सारिणी से ही चलेंगी। इसके लिए दोनों पक्ष साथ बैठकर इसे निर्धारित करेंगे जिससे दोनों राज्य की बसें मार्गों पर एक दूसरे को ओवरलैप न करें।
25 मार्गों पर प्रक्रिया पूरी कराई जाए
बिहार राज्य पथ परिवहन की ओर से कहा गया कि संचालन वाले 25 रूटों के परमिटों पर अभी काउंटर साइन नहीं हुए हैं, इसे पूरा कराया जाए। इस पर सहमति बनीं और जल्द प्रक्रिया पूरा किए जाने का आश्वासन दिया गया। चार अन्य रूटों के परमिटों पर यूपी रोडवेज की ओर से कहा गया कि चूंकि एग्रीमेंट के पार्ट में इसका जिक्र नहीं है लिहाजा विचार के बाद ही मसले को आगे बढ़ाया जाएगा। संक्रमण काल में बसें निर्धारित गाइड लाइन के अनुसार ही चलेंगी। बसों में सैनिटाइजर, मॉस्क समेत अन्य चीजें बिहार राज्य के अधिकारी भी अपनी बसों में यात्रियों को उपलब्ध कराएंगे।
'बीते वर्ष उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य के बीच बस संचालन के पारस्परिक समझौते की कई बाधाओं को आज दूर किया गया। इनमें दोनों राज्यों के बीच किराया लिए जाने को लेकर सहमति बनीं। समय-सारिणी बनाए जाने को लेकर वार्ता को अंतिम रूप दिया गया। मसले को शासन भेज दिया गया है।' -धीरज साहू, प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम
बिहार समझौता
- यूपी से 69 बसें चलेंगी तो बिहार से 97 बसों का संचालन होगा। ये बसें यूपी के 25 शहरों से बिहार के विभिन्न जनपदों के बीच चलेंगी।
- सितंबर 2019 में समझौता हुआ था।
- मार्च 2020 में बिहार राज्य पथ परिवहन को पत्र भेजकर बस संचालन की तिथि तय करना और बाधाओं को दूर करना था।
- लॉकडाउन की वजह से बात आगे नहीं बढ़ी।
- अब दोनों राज्यों के बीच बैठक की तारीख तय होनी है। दीपावली तक संचालन शुरू होने की उम्मीद।
ये 25 मार्ग हैं जिन पर संचालन के लिए चल रही है बात
- लखनऊ व वाराणसी से औरंगाबाद
- आजमगढ़ से माझीघाट
- बलिया व गोरखपुर से छपरा
- बक्सर से उजियारघाट
- गोरखपुर से मुजफ्फरपुर
- राणसी, चंदौली से भभुवा
- वाराणसी, देवरिया व बलिया से पटना
- भदोही से दरभंगा
- वाराणसी से गया
- गोरखपुर से सीवान व मोतिहारी
- गोरखपुर से रक्सौल
- वाराणसी से डेहरी
- रामनगर से भभुआ
- वाराणसी से आरा
- बलिया से भरौली, अलीनगर से डेहरी आदि हैं।
चार अन्य रूट पर भी बातचीत
- पटना से गाजियाबाद, गोरखपुर होते हुए लखनऊ नोएडा
- किेशनगंज-गाजियाबाद, दरभंगा, देवरिया गोरखपुर
- नालंदा, वाया नवादा, सासाराम, वाराणसी, कानपुर, आगरा, नोएडा
- बक्सर, महोनिया, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, आगरा, नोएडा